कोरोना काल में लापता थे सांसद, उड़ी मौत की अफवाह, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीवित होने का देना पड़ा सुबूत

सोशल मीडिया पर उड़ी बिहार के भागलपुर से जेडीयू सांसद अजय मंडल के मौत की अफवाह, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोले- हम तो सरकारी गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं

Updated: May 16, 2021, 09:32 AM IST

भागलपुर। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत को तबाह कर दिया है। संकट के इस दौर में कई नेता अपने क्षेत्र के लोगों की मदद करने में जुटे हैं, तो कुछ लोग वायरस के डर से अंडरग्राउंड हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के भागलपुर से आया है जहां कोरोना काल में लापता सांसद की मौत की अफवाह उड़ गई। यह अफवाह इतनी तेजी से फैली की सांसद को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने जीवित होने का सुबूत देना पड़ा।

दरअसल, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से भागलपुर के सांसद अजय मंडल कोरोना की दूसरी लहर में पूरी तरह से गायब थे। आलम यह था कि सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे लोकसभा क्षेत्र में यह अफवाह फैल गई कि सांसद अब नहीं रहे। इस बात की जानकारी जब सांसद महोदय को लगी तो वे आनन-फानन में मीडिया के सामने आए और बताया कि वे सकुशल हैं। खुद के गायब होने को लेकर सांसद मंडल ने कहा कि वे गायब नहीं थे बल्कि वे तो कोरोना गाइडलाइंस का पालन कर रहे थे।

यह भी पढ़ें: मोदी जी! वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया, PM से सवाल करने वाले पोस्टर लगाने पर 25 लोग गिरफ्तार

अजय मंडल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'कोरोना की भयावहता को देखते हुए सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। हम क्या इस महामारी में जान देने जाएंगे? मैं खुद ब्लड प्रेशर, शुगर और हार्ट का मरीज हूं। सिस्टम की जवाबदेही सरकार की है। मैं भी सरकार का अंग हूं। ऐसे में सरकार जो भी कर रही है, वह मेरे तरफ से ही हाे रहा है।' 

जेडीयू नेता ने आगे कहा कि, 'मैं भले ही सड़कों पर नहीं दिख हूं, लेकिन फोन से जरूरतमंदों के लिए ऑक्सीजन से लेकर इलाज तक कि सारी व्यवस्था कर रहा हूं। इसके लिए प्रतिदिन सैंकड़ों फोन कॉल आ रहे हैं, और उनका समाधान किया जा रहा है। कोरोना काल में हम झुंड लेकर नहीं घूमते, और दिखावा नहीं करते। हम कोरोना मरीज को उठाकर तो नहीं ले जा सकते।'

यह भी पढ़ें: पंजाब: अंडे चुराने वाला हेड कांस्टेबल हुआ सस्पेंड, वीडियो हुआ था वायरल

सांसद ने मौत की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। उन्होंने एसपी को लिखिति शिकायत देकर कहा है की इस तरह के पोस्ट्स फेसबुक से हटाया जाए और आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई किया जाए। उन्होंने कहा है कि इस तरह की अफवाह से क्षेत्र में मेरी छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा है। फिलहाल पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच में जुट गई है।