Bihar Election: बिहार में बना नया सियासी मोर्चा, उपेंद्र कुशवाहा, मायावती और असदुद्दीन ओवैसी ने बनाया नया फ्रंट 

ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट में कुल 6 पार्टियां शामिल, उपेंद्र कुशवाहा होंगे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार

Updated: Oct 09, 2020, 02:23 AM IST

Photo Courtesy: Google
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भोपाल। बिहार विधानसभा मतदान की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही हैं, राजनीतिक सरगर्मियां और तेज हो रही हैं। राज्य में आज एक और चुनावी मोर्चे का एलान हो गया। RLSP प्रमुख उपेंद्र कुशावाहा ने मायावती और असदुद्दीन ओवैसी को साथ लेकर एक नए गठबंधन की घोषणा की है। ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट के नाम से बने इस मोर्चे ने उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।

इस मोर्चे में कुल 6 पार्टियां शामिल हैं। उपेंद्र कुशवाहा की RLSP, असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM, मायावती की पार्टी BSP, समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक), जनतांत्रिक पार्टी (सोशलिस्ट) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी। उपेंद्र कुशवाहा ने जानकारी दी कि इस फ्रंट का संयोजक देवेंद्र यादव को बनाया गया हैं। 

उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से कहा कि प्रदेश में शिक्षा का कोई औचित्य नहीं बचा है। बस पैसे वालों के बच्चों की पढ़ाई हो रही है। रोजगार के लिए लोगों को बिहार से बाहर जाना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन और एनडीए दोनों फेल हैं। नीतीश कुमार अपने 15 साल के शासन में बिहार को और पीछे ले गए हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमें खुशी है कि हम बिहार के लोगों को विकल्प दे पाए। पिछले 30 साल की सरकारों से बिहार को कोई लाभ नहीं हुआ है। नीतीश कुमार, बीजेपी के 15 साल और राजद, कांग्रेस के 15 साल के शासन के बाद भी बिहार की स्थिति जस की  तस है। राज्य सामाजिक, आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र में काफी पीछे है। हमने बिहार के भविष्य के लिए यह गठबंधन बनाया है।