एके शर्मा को डिप्टी सीएम नहीं बना पाए मोदी, यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष का लॉलीपॉप थमाया

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी के सबसे करीबी नौकरशाह रहे एके शर्मा को प्रदेश बीजेपी का उपाध्यक्ष बनाया गया है, इसके पहले उन्हें गृहमंत्री या डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा थी

Updated: Jun 20, 2021, 05:07 AM IST

Photo Courtesy : Aksharmabharat.in
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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी नौकरशाह रहे एके शर्मा को आखिरकार उत्तरप्रदेश की राजनीति में किसी तरह एडजस्ट कर दिया गया है। प्रदेश का डिप्टी सीएम या गृहमंत्री बनाए जाने की आस लगाए शर्मा को प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष के लॉलीपॉप से संतोष करना पड़ा है। 

उत्तरप्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज पार्टी के नए प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए एक प्रदेश उपाध्यक्ष व दो प्रदेश मंत्री घोषित किए हैं। इनमें एके शर्मा सदस्य विधान परिषद (मऊ) को प्रदेश उपाध्यक्ष और अर्चना मिश्रा व अमित बाल्मीकि को प्रदेश मंत्री नियुक्त किया है। योगी आदित्यनाथ के अड़ियल रवैए को देखते हुए बीजेपी ने यूपी के नेतृत्व में किसी भी तरह के बदलाव से इंकार किया है।

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बीजेपी उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद शर्मा ने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय एवं राज्य नेतृत्व का कोटिशः धन्यवाद। वरिष्ठों के मार्गदर्शन में कार्यकर्ता मित्रों के सहयोग से समाज, प्रदेश एवं देश की सेवा करता रहूँगा।' 

योगी के सामने झुके मोदी-शाह

एके शर्मा को उपाध्यक्ष बनाकर किनारे करने के फैसले को सीएम योगी की जीत के तौर पर देखा जा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि योगी आदित्यनाथ के सामने मोदी-शाह की जोड़ी को झुकना पड़ा है। चूंकि पीएम मोदी उन्हें योगी कैबिनेट में जगह दिलाने के लिए यूपी भेजे थे, लेकिन योगी ने ऐसा होने नहीं दिया।

कौन हैं एके शर्मा

गुजरात कैडर के IAS अधिकारी रहे एके शर्मा पीएम मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं। वे मोदी के साथ 2001 में तब से हैं जब उन्होंने गुजरात के सीएम पद की शपथ ली थी। वो गुजरात मे सीएम कार्यालय के सचिव के बाद सीएम के अतिरिक्त प्रमुख सचिव भी रहे हैं। साल 2014 में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बन कर दिल्ली आए तो शर्मा भी पीएम कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली आ गए। स्वैछिक सेवानिवृत्ति लेते वक्त वो MSME मंत्रालय में सचिव पद पर कार्यरत थे। शर्मा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के काझाखुर्द गांव के रहने वाले हैं। 58 वर्षीय शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई वहीं उच्च शिक्षा का ग्रहण उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया।