ब्राह्मण महासभा ने गैंगस्टर विकास दुबे को बताया महापुरुष, मूर्ति लगाने का ऐलान

ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि 60 मुकदमों वाला कलयुग के महापुरुष विकास दुबे मारा गया और 55 मुकदमों वाला हमारा मुख्यमंत्री है

Updated: Jul 28, 2021, 09:16 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
Photo Courtesy: The Indian Express

कानपुर। उत्तरप्रदेश के खूंखार गैंगस्टर रहे विकास दुबे को ब्राह्मण महासभा ने महापुरुष करार दिया है। ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने विकास दुबे को वीरता के प्रेरणास्रोत बताते हुए ऐलान किया है कि जल्द ही उनकी मूर्ति लगाई जाएगी। इतना ही नहीं उन्होंने सुपारी किलर श्रीप्रकाश शुक्ला की भी मूर्तियां लगाने की वकालत की है।

दरअसल, राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी कानपुर के बरवा खुर्द गांव में भगवान परशुराम और शिव मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंच से ऐलान करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में मैं विकास दुबे और श्रीप्रकाश शुक्ल की मूर्तियां लगवाऊंगा। उन्होंने कहा, 'विकास दुबे और श्रीप्रकाश शुक्ल के साथ धोखा हुआ है। अगर वे दोषी थे तो कोर्ट उन्हें सजा देती। सरकार को कोई हक नहीं है किसी की जान लेने का।' 

त्रिपाठी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि, 'विकास दुबे कलयुग के ब्राह्मणों के लिए महापुरुष और वीरता के प्रेरणास्रोत थे। 60 मुकदमों वाला विकास मारा गया, लेकिन 55 मुकदमें वाला हमारे प्रदेश का सीएम है। अगर डकैत फूलन देवी और दद्दुआ की मूर्ति लगाई जा सकती है तो ब्राह्मण समाज के महान लोगों विकास दुबे और श्रीप्रकाश शुक्ल की क्यों नहीं मूर्तियां लगेंगी।

यह भी पढ़ें: पीथमपुर की फैक्ट्री के सेप्टिक टैंक में गिरने से 3 मजदूरों की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

बता दें कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने साल 1998 में श्रीप्रकाश शुक्ल को गाजियाबाद में गोली मार दी थी। कहा जाता है की शुक्ल ने तत्कालीन सीएम कल्याण सिंह की हत्या के लिए 6 करोड़ की सुपारी ली थी। वहीं बिकरु कांड वाले विकास दुबे को पिछले साल कानपुर में पुलिस ने मार गिराया था। पुलिस इस दौरान विकास को उज्जैन से लेकर जा रही थी, लेकिन कथित रूप से गाड़ी पलटने के बाद विकास भागने लगा और पुलिस ने गोलियां चलाई। इस एनकाउंटर के बाद से ही यूपी में ब्राह्मण समुदाय के कई नेता सीएम योगी से नाखुश बताए जा रहे हैं। उधर ब्राह्मणों को खुश करने के लिए अब बीजेपी भी कई तरह के प्रपंच अपना रही है।