चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड: देर रात तक छात्रों का प्रदर्शन, 24 सितंबर तक क्लासेज सस्पेंड

डीएसपी रुपिंदर कौर सोही ने पुष्टि की कि छात्रों ने निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है।देर रात तक चले प्रदर्शन के दौरान छात्र इस बात की मांग करे थे कि हॉस्टल के वार्डन सस्पेंड किए जाने चाहिए। जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।

Updated: Sep 19, 2022, 06:52 AM IST

चंडीगढ़। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने MMS लीक कांड मामले में लापरवाही के आरोप में दो वार्डन को सस्पेंड कर दिए हैं। विवि प्रशासन ने तहकीकात के लिए एक पांच सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है, जो विवि प्रशासन को पूरे घटनाक्रम पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि छात्रों ने निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया है। 

मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एफआईआर दर्ज कर आरोपी छात्रा गिरफ्तार कर लिया था। छात्रा पर आरोप था कि उसने शिमला के एक युवक को यह वीडियो भेजे थे। इस मामले में हिमाचल प्रदेश से दो युवकों को पुलिस ने रात में ही गिरफ्तार कर लिया था। इसमें एक युवक छात्रा का ब्वॉयफ्रेंड है जो शिमला में रहता है, जबकि दूसरा आरोपी हिमाचल के ढल्ली का रहने वाला है। 

हालांकि, पुलिस का अब भी यही मानना है कि लड़की ने सिर्फ खुद के वीडियो युवक को भेजे थे। 60 छात्राओं के MMS वायरल होने के कोई सबूत नहीं हैं। हालांकि, आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस पर छात्रों ने तर्क दिया था कि बिना फोरेंसिक रिपोर्ट के अधिकारी आरोपी को क्लीन चिट कैसे दे सकते हैं। यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट वेलफेयर एएस कांग ने दावा किया कि आरोपी छात्रा ने किसी अन्य लड़की का वीडियो नहीं बनाया है। 


पुलिस 8 छात्राओं द्वारा आत्महत्या की बात को भी अफवाह बता रही है। हालांकि, छात्रों का कहना है कि जिन छात्राओं को अस्पताल भेजा गया उन्हें सामने लाया जाए। उधर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने किसी भी बाहरी शख्स के कैंपस में एंट्री पर रोक लगा दी है और मीडिया को भी कैंपस में दाखिल होने की इजाजत नहीं है। देर रात प्रदर्शन समाप्त होने के बाद विवि प्रशासन ने एक सर्कुलर जारी कर 19 से 24 सितंबर तक क्लासेज सस्पेंड करने का ऐलान किया है। 

हालांकि, इस दौरान टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को आम दिनों की तरह कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में खराब माहौल के बीच छात्र-छात्राएं अपने घरों को वापस लौट रहे हैं। कुछ अभिभावक रविवार देर रात ही अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए पहुंचे। बता दें कि, यूनिवर्सिटी के जिस हॉस्टल से यह घटना सामने आई है, उसे हाल ही में लड़कों के हॉस्टल से लड़कियों के हॉस्टल में बदल दिया गया था।