Congress : BJP की मेहमान-नवाज़ी छोड़ें और घर वापस आएं सचिन पायलट

Sachin Pilot ने कहा BJP में नहीं जाउंगा, जवाब में कांग्रेस बोली बीजेपी में नहीं जाना चाहते तो हरियाणा सरकार की मेजबानी वाले होटल से बाहर आएं

Publish: Jul 16, 2020, 05:24 AM IST

राजस्थान में जारी सियासी उठापठक के बीच कांग्रेस ने एक बार फिर से सचिन पायलट को घर वापस आ जाने के लिए कहा है। पार्टी ने यह भी कहा कि इसके लिए पायलट को तुरंत बीजेपी के मेजबानी वाले होटल से बाहर आना होगा। कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब पायलट ने किसी भी हाल में बीजेपी में ना जाने की बात कही थी। पायलट ने कहा था कि उनके बीजेपी में जाने की बात इसलिए की जा रही है ताकि कांग्रेस हाईकमान की नजरों में उन्हें गिराया जा सके। हालांकि, उन्होंने अशोक गहलोत कैंप के खिलाफ अपने तेवर पहले जैसे रखे और कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद गहलोत और उनके सहयोगियों ने उनके खिलाफ घेराबंदी की।

जयपुर में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सचिन पायलट अगर बीजेपी में नहीं जाना चाहते हैं तो हरियाणा सरकार की मेजबानी वाले होटल से बाहर आएं। बीजेपी के चंगुल से बाहर आएं। उनसे बातचीत बंद कीजिए। मीडिया के जरिए बातचीत बंद कीजिए और अपने परिवार की तरह जयपुर लौट आइए।”

असल में सुबह सचिन पायलट एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन बीजेपी में शामिल ना होने का बयान देकर उन्होंने बिल्कुल अंतिम मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी। उनके इस कदम के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि या तो उन्होंने अपने अगले कदम की योजना नहीं बनाई है या फिर वे अपने नए बयान पर कांग्रेस आलाकमान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। अब जब कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें एक बार फिर से वापस आ जाने के लिए कहा तो ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि पायलट का अगला कदम क्या होगा।

सुबह दिए अपने छोटे से बयान में पायलट ने गहलोत कैंप पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा कि गहलोत के नेतृत्व में 2003 और 2013 के चुनावों में पार्टी ने सबसे खराब प्रदर्शन किया। जबकि इसके उलट उन्होंने 2018 के चुनाव में जी तोड़ मेहनत करके पार्टी को जिताया। पायलट ने कहा इस प्रदर्शन के आधार पर मैंने मुख्यमंत्री पद की मांग की। लेकिन राहुल गांधी के कहने पर मैंने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा छोड़ दिया।

पायलट ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने गहलोत से सत्ता और काम दोनों का समान बंटवारा करने के लिए कहा। लेकिन गहलोत ने शुरू से ही इस बात की अवहेलना की। मैं कोई पद का भूखा नहीं हूं लेकिन काम करने के लिए मुझे एक सम्मान भरा वातावरण चाहिए।