कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली का निधन, कांग्रेस पार्टी में दौड़ी शोक लहर
जीएस बाली काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, उन्हें दिल्ली ऐम्स में भरती किया गया था, बीती रात उन्होंने अंतिम सांस ली

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली का निधन हो गया है। बीती रात उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। बाली काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। पार्टी के कद्दावर नेता के निधन के बाद कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। तमाम नेता जीएस बाली को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जीएस बाली के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य श्री जी.एस. बाली जी के निधन का समाचार दुखद है। अलग-अलग भूमिकाओं में उन्होंने हमेशा पार्टी की विचारधारा का सम्मान किया व उसे आगे बढ़ाया।उनके परिवार व प्रियजनों को मेरी शोक संवेदनाएँ।
कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य श्री जी.एस. बाली जी के निधन का समाचार दुखद है। अलग-अलग भूमिकाओं में उन्होंने हमेशा पार्टी की विचारधारा का सम्मान किया व उसे आगे बढ़ाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 30, 2021
उनके परिवार व प्रियजनों को मेरी शोक संवेदनाएँ। pic.twitter.com/JuYXdeYFen
वहीं रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस नेता के निधन पर कहा है कि कांग्रेस के क़द्दावर नेता और जनता के दिल से जुड़ाव के लिए जाने वाले ज़िंदादिल इंसान, श्री जी.एस.बाली के निधन से गहरा आघात लगा।आपकी दोस्ती और मुस्कराहट सदैव याद आएगी।विनम्र श्रद्धांजलि!
कांग्रेस के क़द्दावर नेता और जनता के दिल से जुड़ाव के लिए जाने वाले ज़िंदादिल इंसान, श्री जी.एस.बाली के निधन से गहरा आघात लगा।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 30, 2021
आपकी दोस्ती और मुस्कराहट सदैव याद आएगी।
विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/qAoGC7WOoA
जीएस बाली काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था। बीते दिनों उनका किडनी ट्रांसप्लांट भी किया गया था। शुक्रवार रात उनकी तबीयत काफी खराब हो गई। जिसके बाद बीती रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
जीएस बाली हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे। जीएस बाली चार बार विधायक रह चुके थे। उन्होंने 1998 से 2012 के बीच नगरोटा बगवां से चार बार जीत दर्ज की थी। हिमाचल प्रदेश सरकार में दो बार मंत्री भी रहे थे। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट पर उपचुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अपना प्रभारी भी नियुक्त किया था। ऐसे में जीएस बाली का जाना कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी क्षति है।