राहुल गांधी के समर्थन में उतरी पूरी कांग्रेस, सड़क पर प्रदर्शन और सरकार से सवाल
कांग्रेस ने पूरे देश में राहुल गांधी पूछताछ मामले पर सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.. क़रीब 25 शहरों में ईडी दफ़्तर के बाहर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन देखने को मिला.. मुख्यमंत्रियों और कार्यसमिति के अनेक वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने सड़कों से डिटेन कर लिया..कांग्रेस ने एक सुर में इसे सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करार दिया है
दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा पूछताछ को पार्टी ने मोदी सरकार का राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। समर्थन में उतरी कांग्रेस ने दिल्ली समेत पूरे देश में सत्याग्रह मार्च के जरिए प्रदर्शन किया और विरोध जताया। हालांकि सत्याग्रह मार्च में शामिल नेताओं को जगह जगह पुलिस ने हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया। लेकिन कांग्रेस इसे बीजेपी की तानाशाही शैली करार दे रही है, जिसमें विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का सहारा लेने का आरोप लगाया गया है।
कांग्रेस के दिग्गजों ने कैसे किया विरोध
अशोक गहलोत
मार्च में शामिल राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज जिस तरह कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोका जा रहा है, यह तानाशाही पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गयी है, चारों तरफ पुलिस लगा दी गयी है, नेता-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है, मुझे भी ईडी ऑफिस जाते समय साथियों के साथ हिरासत में लिया है। यह लोकतंत्र में बिल्कुल अनुचित है।
आज जिस तरह कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोका जा रहा है, यह तानाशाही पूरा देश देख रहा है।कांग्रेस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गयी है, चारों तरफ पुलिस लगा दी गयी है,नेता-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है, मुझे भी ईडी ऑफिस जाते समय साथियों के साथ हिरासत में लिया है। pic.twitter.com/dHKVNR97eh
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 13, 2022
भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार कितनी डरी हुई है। कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरी तो उनके मानने वालों से क्या डरेगी। कांग्रेस सत्य के रास्ते पर चली है और चलेगी। भाजपा ईडी का दुरुपयोग कर कांग्रेस से लड़ना चाहती है।
दिग्विजय सिंह एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यालय जाने से रोकने पर उन्होंने सड़क पर ही धरना दे दिया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब जब भाजपा और मोदी डरते हैं, पुलिस को आगे करते हैं। हम जनता की लड़ाई सड़क, सदन और अदालत में सब जगह लड़ेंगे और देश के सामने इनके झूठ को उजागर करेंगे ।
कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर याद दिलाया कि एक समय था जब अटल बिहारी बाजपेयी अस्वस्थ होते थे तो श्री राजीव गांधी उनके लिए सम्मानजनक व्यवस्था करके विदेश में उपचार का प्रबंध करते थे। एक यह समय है जब सरकार विपक्ष के प्रमुख नेता को झूठे मामलों में फंसाकर प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है। लेकिन यह सार्वभौमिक सत्य है कि समय बदलता है और संघर्ष की आंच में तप कर सत्य और निखर जाता है। पूरा देश राहुल जी के साथ है।
एक यह समय है जब सरकार विपक्ष के प्रमुख नेता को झूठे मामलों में फंसाकर प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है। लेकिन यह सार्वभौमिक सत्य है कि समय बदलता है और संघर्ष की आंच में तप कर सत्य और निखर जाता है। पूरा देश राहुल जी के साथ है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 13, 2022
शशि थरूर
लोकसभा सांसद शशि थरूर ने सवाल किया कि इस तरह का पुलिस बंदोबस्त, एक राजनैतिक दल के सांसदों के धरने के लिए है या दंगाइयों के लिए.. कोई सोचता होगा कि दिल्ली पुलिस को करने के लिए कोई ओर महत्वपूर्ण काम नही था। या क्या गृह मंत्रालय को लगता है कि हमारे लोकतंत्र में एकत्रित होने की आजादी पुलिस के लिए है, नागरिकों के लिए नही?
This kind of police bandobast for a political party dharna of MPs, not rioters?! One would think there was no more important work for @DelhiPolice to do! Or does the Home Ministry think that freedom of assembly is for cops, not citizens, in our democracy? pic.twitter.com/iboSl1LSMB
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 13, 2022
अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की छवि को धूमिल करने की ये साजिश हो रही है लेकिन राहुल गांधी डरने वाले नहीं हैं। वो निडर होकर सभी सवालों के जवाब देंगे। जब राहुल गांधी दफ्तर में गए तो हमारी मांग थी कि वकील को अंदर जाने दिया जाए लेकिन नहीं जाने दिया गया।
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दीपेंद्र हुड्डा
हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोकना लोकतंत्र की हत्या व प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है। शांति व अनुशासन के साथ हमारे खुद के कार्यालय (AICC) से एक प्रदेश के CM, सांसदों, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लेना तानाशाही का प्रतीक है। डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं...।
कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोकना लोकतंत्र की हत्या व प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है।
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) June 13, 2022
शांति व अनुशासन के साथ हमारे खुद के कार्यालय (AICC) से एक प्रदेश के CM, सांसदों, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लेना तानाशाही का प्रतीक है।
डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं... pic.twitter.com/QTD90gleHo
जयराम रमेश
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीबीआई निदेशक और सीबीडीटी अध्यक्ष ने मिलने से मना कर दिया। यह झूठजीवी अमितशाही सरकार में डर का माहौल है।
Chairman, CBDT and Director, CBI have REFUSED to meet CM, Rajasthan @ashokgehlot51 today. This is the climate of fear prevailing in JhootJeevi Amit Shahi sarkar!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 13, 2022
सचिन पायलट
पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधायक सचिन पायलट ने कहा कि आज भाजपा सरकार द्वारा हर जगह हस्तक्षेप किया जा रहा है। भाजपा द्वारा डरा-धमकाकर विपक्षी दलों पर दबाव बनाने की यह कोशिश पूरी तरह से नाकाम साबित होगी। जनता की अदालत सब देख रही है कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है।
आज भाजपा सरकार द्वारा हर जगह हस्तक्षेप किया जा रहा है। भाजपा द्वारा डरा-धमकाकर विपक्षी दलों पर दबाव बनाने की यह कोशिश पूरी तरह से नाकाम साबित होगी।
— Congress (@INCIndia) June 12, 2022
जनता की अदालत सब देख रही है कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है : श्री @SachinPilot#BJP_Vendetta_Exposed pic.twitter.com/ibZML4Tl2i
मल्लकिर्जुन खडगे
राज्यसभा में विपक्ष के नाका मल्लिकार्जुन खडगे ने बीजेपी की नीतियों को फासिस्ट करार देते हुए कहा कि यह भारतीय जनतंत्र और कानून व्यवस्था को बुलडोज करने का काम कर रही है। लोग ऐसी तानाशाही सरकार को ज्यादा दिन बर्दाश्त नहीं करेंगे। बीजेपी चाहे कितने भी ईंटों को दरकाने की कोशिश करे हम जनता को मिले संवैधानिक अधिकारों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे।