कांग्रेस सांसदों ने सत्तापक्ष के सांसदों को भेंट किया तिरंगा और गुलाब, संसद चलने देने की अपील की
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने BJP नेता व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को तिरंगा और गुलाब देकर संसद चलने देने की अपील की।
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर टकराव देखने को मिल रहा है। बुधवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा देखने को मिला। संसद परिसर में कांग्रेस के सांसद भाजपा सांसदों को तिरंगा और गुलाब भेंट करते नजर आए। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने सत्तापक्ष से संसद चलने देने की अपील की।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने BJP नेता व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को तिरंगा और गुलाब देकर संसद चलने देने की अपील की। विपक्षी नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार अडानी को बचाने के लिए सदन को लगातार स्थगित करवा रही है, जिससे देश के कई जरूरी मुद्दों पर भी चर्चा नहीं हो पा रही है। इसलिए आज कांग्रेस सांसदों ने BJP सांसदों को तिरंगा और गुलाब देकर, संसद की गरिमा को बनाए रखने और संसद को चलने देने का निवेदन किया।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी मुलाकात की और कार्यवाही से अपमानजनक बातें हटाने की मांग की। उन्होंने कहा, 'मैंने स्पीकर से मुलाकात कर कहा कि मेरे खिलाफ की जाने वाली अपमानजनक टिप्पणियों को हटाया जाना चाहिए। स्पीकर ने कहा है कि वे इस पर गौर करेंगे। हमारा उद्देश्य है कि सदन चलना चाहिए और सदन में चर्चा होनी चाहिए। वे मेरे बारे में जो चाहे कहें, लेकिन हम चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो।'
राहुल गांधी ने आगे कहा, '13 दिसंबर को संविधान पर चर्चा करने की बात तय हुई थी, ये चर्चा होनी चाहिए। मोदी सरकार अडानी पर चर्चा नहीं चाहती। वे मुद्दे को भटकाना चाहते हैं, लेकिन हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे। वे मेरे ऊपर चाहे जितने आरोप लगा लें, लेकिन हम सदन को चलाना चाहते हैं।' वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा कि ये बेहद शर्म की बात है कि मोदी सरकार संसद नहीं चलने दे रही है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हमने संसद में मणिपुर की स्थिति को लेकर सरकार से सवाल पूछे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मणिपुर कब जाएंगे? मणिपुर में ड्रग्स और अवैध लकड़ी की स्मगलिंग बहुत बढ़ चुकी है, इसलिए गृह मंत्री सदन में आकर मणिपुर की स्थिति पर अपनी बात रखें।
यह भी पढ़ें: EVM के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा विपक्ष, EC ने VVPAT-EVM में मिसमैच से किया इनकार
इधर, राज्यसभा में सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा हुआ। राज्यसभा पहले 12 बजे तक, फिर 12 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि इतिहास में पहली बार स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। ये दुखद है, सत्ता पक्ष ने हमारे लिए कोई रास्ता नहीं छोड़ा है।पहली बार सत्ता पक्ष के सदस्यों को खड़ा करके उनसे जबरदस्ती बोलने को कहा जा रहा है, ताकि सदन स्थगित हो जाए। सत्ता पक्ष देश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा ही नहीं चाहता है। सत्ता पक्ष सदन को भी कंट्रोल करना चाहता है। हम सदन को तानाशाही से चलने नहीं दे सकते, क्योंकि ये देश की सबसे बड़ी पंचायत है। इसे स्वतंत्र रखने के लिए विपक्ष को जो भी करना पड़ेगा, हम करेंगे।