मोदी सरकार ने आज अपना अपराध स्वीकारा, अब इस अपराध की सजा तय करने की बारी: सुरजेवाला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आक्रामक हुई कांग्रेस, प्रियंका गांधी बोली- इन्होंने किसानों को आंदोलनजीवी कहा था, रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश के लोग अब इनके अपराध की सजा तय करेंगे

Updated: Nov 19, 2021, 09:26 AM IST

नई दिल्ली। विवादास्पद कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के साथ ही कांग्रेस पीएम मोदी पर बेहद आक्रामक हो गई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि मोदी सरकार ने आज अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है, अब इस अपराध की सजा तय करने की बारी है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने याद दिलाया है कि पीएम मोदी ने किसानों को आंदोलनजीवी कहा था।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि, '600 से अधिक किसानों की शहादत और 350 से अधिक दिन का संघर्ष, मोदी कैबिनेट के मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, लेकिन प्रधानमंत्री को कोई परवाह नहीं थी। BJP नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा। खुद पीएम ने उन्हें आंदोलनजीवी बोला, किसानों पर लाठियाँ बरसायीं, उन्हें गिरफ़्तार किया।' 

प्रियंका के मुताबिक, 'अब चुनाव में हार दिखने लगी तो उन्हें अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। पीएम मोदी की नियत और उनके बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है।'

अब सजा तय करने की बारी: सुरजेवाला

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि, 'मोदी सरकार ने आज अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है। अब इस अपराध के लिए सजा तय करने की बारी है। देश के लोग जरूर उनके लिए सजा तय करेंगे। जितना श्रेय हमारे किसानों के आंदोलन और किसान भाइयों को जाता है, उतना ही श्रेय पांच राज्यों में चुनाव हारने के डर को भी जाता है। अब जनता समझ गई है कि भाजपा के हार के आगे ही देश की जीत है।' 

सुरजेवाला ने याद दिलाया कि सत्ता में आने के तुरंत बाद ही मोदी सरकार ने किसानों को मिलने वाला बोनस बंद कर दिया। उन्होंने कहा, 'लागत पर 50 फीसदी मुनाफा का लालच देकर सत्ता में आई मोदी सरकार ने सर्वोच्च अदालत में कहा कि यह कभी नहीं दिया जा सकता। कृषि की लागत 25 हजार रुपए बढ़ा दी। खेती पर टैक्स, खाद पर टैक्स, कीटनाशक दवाइयों पर टैक्स और ट्रैक्टर पर टैक्स लगाकर आय दुगनी करने का झांसा देकर आई सरकार ने किसानों की आय को 27 रुपया प्रतिदिन पर समेट दिया।'