MP: पानी की किल्लत के चलते पति को छोड़कर चली गई पत्नी, शख्स ने कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार
गर्मी शुरू होते ही गांव में भीषण जलसंकट के हालात उत्पन्न हो गये हैं। पानी की क़िल्लत के चलते ही वार्ड क्रमांक 11 में रहने वाले जितेंद्र सोनी की पत्नी लक्ष्मी सोनी अपने दो बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई है।

डिंडोरी। मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में पानी की गंभीर समस्या के कारण एक परिवार टूटने की कगार पर है। यहां एक महिला पानी की कमी के कारण अपने पति को छोड़कर मायके चली गई। वह बच्चों को भी अपने साथ लेकर गई है। पत्नी और बच्चों के घर छोड़ने के बाद पति काफी परेशान है और उसने जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है।
मामला ज़िला मुख्यालय से महज़ तीन किलोमीटर दूर ग्रामपंचायत देवरा का है। यहां गर्मी शुरू होते ही भीषण जलसंकट के हालात उत्पन्न हो गये हैं। पानी की भयंकर क़िल्लत के चलते ही वार्ड क्रमांक 11 में रहने वाले जितेंद्र सोनी की पत्नी लक्ष्मी सोनी अपने दो बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई है।
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पति जितेंद्र सोनी ने मीडिया के सामने अपनी पत्नी से मोबाईल पर बात की और वापस आ जाने की मिन्नतें भी की लेकिन पत्नी की शर्त है कि जबतक पानी का इंतजाम नहीं होगा तब तक वो वापस देवरा नहीं आयेंगी। अब परेशान शख्स ने जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है। साथ ही कहा है कि मंगलवार को जनसुनवाई में शिकायत लेकर भी जाएंगे।
ग्रामीणों के मुताबिक लक्ष्मी सोनी के अलावा गांव की अन्य महिलाएं भी पानी की समस्या के चलते अपने-अपने मायके चली गईं हैं व कुछ महिलाएं जाने की तैयारी कर रही हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि ग्रामपंचायत देवरा में एक नहीं बल्कि दो-दो नलजल योजनाएं संचालित हैं बावजूद इसके यहां के रहवासी बूँद-बूँद पानी के लिये मोहताज हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि दो साल पहले देवरा ग्राम-पंचायत में जल-जीवन मिशन योजना के तहत करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से नलजल योजना स्वीकृत हुआ था, जिससे दो वार्डों हंसनगर और साकेत नगर में पेयजल की सप्लाई हो रही है और देवरा के मुख्य बसाहट वाले वार्डों में इस योजना से लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि हंसनगर और साकेत नगर ये दोनों वार्ड पहले ग्रामपंचायत देवरा में शामिल थे और करीब एक साल पहले ही ये दोनों वार्ड नगर परिषद में जोड़ दिये गये हैं और देवरा ग्रामपंचायत के लिये स्वीकृत नलजल योजना का लाभ देवरा के रहवासियों को मिलने की बजाए हंसनगर और साकेत नगर के रहवासियों को मिल रही है।