अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता लेकिन जनता को राहत नहीं, प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों के कारण देश में महंगाई चरम पर है। सरकार की प्राथमिकता सिर्फ चंद अरबपतियों की जेब भरने की है: प्रियंका गांधी

Updated: Dec 30, 2023, 06:16 PM IST

नई दिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लंबे समय से स्थिर बने हुए हैं। इस बीच अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में कई उतार-चढ़ाव आए। क्रूड ऑयल की कीमतों में काफी गिरावट के बाद भी भारत में तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। तेल की कीमतों में कटौती नहीं होने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।

प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 19 महीने में 29% सस्ता हुआ है। तेल कंपनियों ने छह महीने में 1.32 लाख करोड़ मुनाफा कमाया है। उनकी इस अकूत कमाई का बोझ देश की जनता पर डाला जा रहा है।

कांग्रेस महासचिव ने केंद्र पर निशाना साधते हुए लिखा कि पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों के कारण देश में महंगाई चरम पर है। गरीब और मध्यवर्गीय लोग अपना परिवार नहीं चला पा रहे हैं लेकिन जनता को कोई राहत नहीं मिली। सरकार की प्राथमिकता सिर्फ चंद अरबपतियों की जेब भरने की है।

बहरहाल, अब जबकि नया साल 2024 आने वाला है और अगले साल आम चुनाव भी हैं, तो ऐसे में ये सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या लंबे समय से स्थिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और राहत मिलेगी या फिर ये महंगा होगा। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जारी नरमी राहत भरे संकेत दे रही है। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव में होने वाला है, ऐसे में केंद्र सरकार जनता को कुछ दिनों के लिए मामूली राहत देने पर विचार कर सकती है।