कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर मारपीट का विरोध करेगी पार्टी, 16 जून को देशभर में राजभवनों को घेरने का ऐलान

कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस पर भाजपा के निजी मिलिशिया की तरह काम करने का आरोप लगाया है.. राजनीतिक पार्टी के दफ़्तर में घुसकर पुलिस द्वारा की गई मारपीट को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस की गुंडागर्दी बताया है

Updated: Jun 15, 2022, 05:31 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
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दिल्ली: कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनकी पार्टी मुख्यालय में घुसकर नेताओं, कार्यकर्ताओं और यहां तक कि प्रेस के लोगों से भी  मारपीट की है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की ऐतिहासिक भूल करार दिया है और पुलिस पर निजी मिलिशिया की तरह काम करने का आरोप लगाया है। 

बुधवार सुबह से दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय में पेशी और लगातार तीन से चल रही पूछताछ का विरोध करने के लिए इकट्ठा थे। अनुमति से ज्यादा लोगों की मौजूदगी की आशंका में पुलिस ने दफ्तर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी। कांग्रेस नेताओं ने इसका विरोध किया तो मामला मारपीट और जबरन गिरफ्तारी तक पहुंच गया। नेताओं को पार्टी दफ्तर के अंदर से टांगकर बाहर लाया जाने लगा। तस्वीरों में कुछ नेताओं को पुलिसवाले लात मारते भी दिखे। विरोध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा सांसद अजय माकन, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल कांग्रेस कार्यालय के बाहर सत्याग्रह पर बैठ गए।

पार्टी ने भाजपा सरकार पर पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने मुख्यालय में प्रवेश करने से रोककर राजनीतिक गतिविधियों को रोकने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने ट्वीट किया कि दिल्ली पुलिस भाजपा की "निजी मिलिशिया" यानी निजी सेना की तरह व्यवहार कर रही है।

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर वीडियो शेयर किया, जिसमें दिल्ली पुलिस के जवान कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर धक्कामुक्की करते नज़र आ रहे हैं। इसके साथ ही एक कांग्रेसी कार्यकर्ता को पकड़कर कार्यालय से बाहर लेकर आ रहे है। वीडियो में एक उच्च पुलिस अधिकारी मीडियाकर्मी से बहस करते हुए भी नजर आ रहे हैं।

सुरजेवाला ने कांग्रेस मुख्यालय में जबरदस्ती घुसनेवाले पुलिसकर्मियों के निलंबन, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने  प्रेस कांफ्रेस कर कहा है कि कांग्रेस इस घटना के विरोध में पूरे देश के राजभवनों का घेराव करेगी। 

हालांकि, पुलिस ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश या किसी प्रकार का बल प्रयोग किया। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि "कई लोगों ने एआईसीसी कार्यालय के पास पुलिस पर बैरिकेड्स फेंके, इसलिए हो सकता है कि हाथापाई हुई हो। लेकिन पुलिस एआईसीसी कार्यालय के अंदर नहीं गई और न ही लाठीचार्ज किया। पुलिस कोई बल प्रयोग नहीं कर रही है। हम उनसे हमारे साथ समन्वय करने की अपील करेंगे।"

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "आपने AICC का प्रवेश और निकास बंद कर दिया है, यह क्या चल रहा है? ये हरकतें जो ये कर रहे हैं, ये इनको भारी पड़ेगी। जनता सब समझ रही है।" छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ये गुंडागर्दी की हद है। पुलिस के माध्यम से गुंडागर्दी और पार्टी मुख्यालय के भीतर घुसकर कार्यकर्ताओं से मारपीट की जा रही है। आज ये राजनैतिक लड़ाई नहीं लड़ पा रहे है तो सीधे डंडे के जोर पर विपक्ष को डराना चाहते है। हम डरेंगे नहीं, दबेंगे नहीं।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज वे कांग्रेस कार्यालय में घुस गए हैं, एक दिन हमें प्रताड़ित करने के लिए हमारे घर में घुसेंगे। वे तानाशाही की चरमसीमा पर पहुंच चुके हैं। क्या भारत बनाना रिपब्लिक बन गया है।