ईरानी नौका पर 425 करोड़ के ड्रग्स की हो रही थी तस्करी, भारतीय कोस्ट गार्ड ने अरब सागर में पकड़ा

कोस्ट गार्ड के जवानों ने 5 ईरानी नागरिकों को पकड़ा किया है। इनके कब्जे से 425 करोड़ रुपये की हेरोइन बरामद की गई है। ये कार्रवाई गुजरात एटीएस द्वारा दी गई खुफिया इनपुट के आधार पर की गई।

Updated: Mar 07, 2023, 09:33 AM IST

कच्छ। भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने गुजरात के कच्छ में बड़ी कार्रवाई की है। इंडियन कोस्ट गार्ड ने ओखा के पास एक ईरानी नाव को पकड़ा है जिसमें 425 करोड़ रुपये की 61 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। इसके साथ ही चालक दल के 5 ईरानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है।

रिपोर्ट्स मुताबिक गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) द्वारा शेयर किए गए एक खुफिया इनपुट के आधार पर भारतीय तटरक्षक बल ने अपने दो गश्ती जहाजों आईसीजीएस मीरा बहन और आईसीजीएस अभीक को अरब सागर में तैनात किया था।अधिकारियों के मुताबिक रात में एक नाव को ओखा तट से लगभग 340 किलोमीटर दूर भारतीय जल क्षेत्र में संदिग्ध रूप गुजरते हुए देखा गया। 

कोस्टगार्ड के जहाजों द्वारा उन्हें रुकने के लिए कहा गया। लेकिन दूसरी ओर से चेतावनी की अनदेखी की गई और ईरानी चालक दल ने भागने की कोशिश की।
उन्हें फिर से रुकने के लिए कहा गया। लेकिन दूसरी ओर से चेतावनी की अनदेखी की गई और ईरानी चालक दल ने भागने की कोशिश की। इसके बाद नाव का पीछा किया गया और कोस्टगार्ड के जहाजों ने उन्हें घेर लिया।

अधिकारियों के मुताबिक नाव में ईरानी नागरिक सवार थे। चालक दल के पांचों सदस्यों के पास ईरान की नागरिकता थी। आईसीजी बोर्डिंग टीम द्वारा जांच के दौरान नाव में 425 करोड़ रुपये की लगभग 61 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। चालक दल के साथ नाव को पकड़ लिया गया और आगे की कार्रवाई के लिए ओखा लाया गया है।

बता दें कि तटीय राज्य गुजरात से भारत में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी हो रही है। साल 2021 में इस पोर्ट से दुनिया के सबसे बड़े ड्रग्स रैकेट के संचालन का भंडाफोड़ हो चुका है। बावजूद कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, नतीजतन धड्डले से ड्रग्स का कारोबार जारी है। 13 सितंबर 2021 को उद्योगपति गौतम अडानी के मुंद्रा पोर्ट से 21 हजार करोड़ रुपए की 3 हजार किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी। 

ड्रग्स को कागजों पर टेलीकॉम पाउडर बताकर लाया गया था। हालांकि, इस बड़े रैकेट के पीछे का माफिया कौन था इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है। मुंद्रा पोर्ट से ड्रग्स बरामदगी के बाद पता चला था कि उससे पहले भी टेलकम पाउडर के नाम पर ड्रग्स मंगाए गए थे। पिछले कुछ सालों में इस तरह के रैकेट का लगातार भंडाफोड़ हो रहा है। बावजूद ड्रग्स माफिया सक्रिय हैं। बीजेपी शासित गुजरात से संचालित यह ड्रग्स रैकेट न सिर्फ युवाओं के स्वास्थ्य बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद खतरनाक है।