चीन से डर, उत्पादन शुरू करने की मांग

चीन में कोरोना महामारी के बीच एक बार फिर उत्पादन शुरू हो गया है। बाजार खोने के भय से भारतीय निर्यात उद्योग ने कार्य को फिर शुरू करने की मांग की है।

Publish: Apr 03, 2020, 02:28 AM IST

भारतीय निर्यात उद्योग के प्रतिनिधियों ने सरकार से मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में लॉकडाउन के चलते बंद हुए कार्य को एक बार फिर शुरू करने की मांग की है. प्रतिनिधियों ने सरकार से कहा कि चीन में कोरोना महामारी के बीच एक बार फिर उत्पादन शुरू हो गया है. अगर जल्द ही सरकार से मंजूरी ना मिली तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सामना चीनी सामनों की तुलना में अपनी जगह खो देंगे.

द इंडियन एक्स्प्रेस लिखता है कि सोमवार को निर्यातकों ने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ हुई बैठक में कहा, "इस समय अगर भारत ने निर्यात शुरू नहीं किया तो भरतीय उत्पाद चीनी उत्पादों के हाथों अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी जगह खो देंगे.

उन्होंने दवाइयों का उदाहरण देते हुए बताया कि महामारी चलते कुछ दवाइयों के निर्यात पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें दवाइयों के निर्यात की इजाजत नहीं दी गई तो वो चीन के हाथों अपनी ग्लोबल मार्केट खो देंगे.

फेडरेशन ऑफ़ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाईजेशन के महानिदेशक अजय सहाय ने अखबार को बताया कि "हमने मांग की कि कम से कम 50 फीसदी या उससे भी कम मेनपावर के साथ हमें उत्पादन शुरू करने इजाजत दी जाए. हम इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग, साफ-सफाई आदि का पूरा ध्यान रखेंगे."

उन्होंने जरूरी सेवाओं में लगे लोगों को फैक्टरी जाने की अनुमति देने की भी मांग की. साथ ही सैलरी देने, कैश की कमी और व्यापार पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव के चलते वित्तीय रियायत की भी मांग की. सरकार ने प्रतिनिधियों की मांग और सुझावों को लिया है लेकिन इस संबंध में वादा नहीं किया. सहाय ने कहा कि मंत्री चाहते हैं कि भारतीय उद्योग पहले की तरह जल्द काम करने लगे.