गिरफ्तारी की तलवार लटकता देख अंडरग्राउंड हुए मजीठिया, ड्रग्स मामले में हुआ है मुकदमा दर्ज
अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर बीती रात मोहाली के स्टेट क्राइम सेल में एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, मजीठिया पर पंजाब में ड्रग्स के कारोबार को पोषित करने, तस्करों को वित्तीय सहायता तथा संसाधन उपलब्ध कराने के आरोप हैं

चंडीगढ़। ड्रग्स मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता व पंजाब सरकार में पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया अंडरग्राउंड हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तारी की तलवार लटकता देख बिक्रम मजीठिया ने पंजाब छोड़ दिया है। इतना ही नहीं मजीठिया ने पंजाब पुलिस की सुरक्षा भी छोड़ दी है। केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को अपनी सुरक्षा में लेकर मजीठिया के पंजाब छोड़ने का दावा किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बिक्रम मजीठिया को इस बात की पहले ही भनक लग चुकी थी कि किसी भी वक्त उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इसलिए अपनी संभावित गिरफ्तारी को देखते हुए उन्होंने जल्द से जल्द पंजाब छोड़ने का फैसला किया।
सोमवार रात को मोहाली स्टेट क्राइम सेल में बिक्रम मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से कहा था कि जल्द ही मजीठिया को गिरफ्तार किया जाएगा। अगर नशा को बेचने वालों को पकड़ा जा सकता है, तब मजीठिया को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया पर पंजाब में ड्रग्स के धंधे को फलने फूलने देने का आरोप है। ड्रग्स तस्करी में पकड़े गए आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ था कि पंजाब में ड्रग्स के कारोबार को बढ़ावा देने में मजीठिया की अहम भूमिका थी। मजीठिया पर ड्रग्स तस्करों को वित्तीय सहायता तथा तमाम संसाधन उपलब्ध कराने के आरोप हैं। मजीठिया पर यह आरोप भी लग चुके हैं कि चंडीगढ़ और अमृतसर स्थित अपने आवास में मजीठिया ने कई बार ड्रग्स तस्करों को पनाह भी दी।
मजीठिया के खिलाफ यह मुकदमा स्पेशल टास्क फोर्स की एक रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। एसटीएफ ने 2018 में यह रिपोर्ट तैयार की थी। उस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे। हालांकि तब मजीठिया पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के बाद ड्रग्स मामले में मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है।
मजीठिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि बादल परिवार और कैप्टन द्वारा चलाए जा रहे भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ साढ़े पांच वर्षों की लड़ाई का आज परिणाम मिला है।
An FIR has been registered in Punjab Police Crime Branch against the main culprits of Drug Trade on basis of February 2018 STF report, wherein i demanded this 4 years ago - It is a slap on the face of all those powerful who slept for years on issues at the heart of Punjab’s soul
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 21, 2021
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि चार वर्षों तक ईडी और एसटीएफ की रिपोर्ट के बावजूद मजीठिया पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन अब विश्वसनीय अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते ही उन्होंने पहला कदम उठा लिया है। सिद्धू ने कहा कि यह उन तमाम शक्तिशाली लोगों के मुंह पर तमाचा है जिन्होंने पंजाब की आत्मा और पंजाब के मुद्दों पर कोई संज्ञान नहीं लिया। सिद्धू ने कहा जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक न्याय नहीं मिलेगा।