गाजियाबाद में 21 BLO के खिलाफ FIR दर्ज, SIR कार्य में लापरवाही का है आरोप
शिकायत में कहा गया है कि बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद भी कई बीएलओ ने अभियान को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे वोटर लिस्ट संशोधन की प्रक्रिया प्रभावित हुई।
गाजियाबाद। देश के 12 राज्यों और UTs में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन यानी SIR का काम जारी है। बूथ लेवल अफसरों पर SIR का काम तय समय पर पूरा करने का भारी दवाब है। इस कारण BLO बीमारी और अवसाद का शिकार बन रहे हैं। बीते तीन हफ्तों में करीब 20 BLOs की मौत हो चुकी है। मौत की वजह काम के प्रेशर में आत्महत्या, हार्ट अटैक बताया गया है। ऐसे वक्त में जब BLOs काम के दबाव में आत्महत्या करने को मजबूर हैं, यूपी में उनके विरुद्ध FIR दर्ज की जा रही है।
गाजियाबाद में 21 बीएलओ के खिलाफ FIR दर्ज की गई। गाजियाबाद कलेक्टर का दावा है कि ये सभी अपने काम को गंभीरता से नहीं ले रहे थे और ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे थे। डीएम रविंद्र कुमार ने कहा है कि आने वाले दो दिनों में अगर लापरवाही करने वाले बीएलओ तय समय के अंदर अपना कार्य समाप्त कर लेते हैं तो उनके ऊपर हुई दंडात्मक कार्यवाही को वापस ले लिया जाएगा।
जिन बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनपर अधिकारियों के निर्देशों की लगातार नजरअंदाज करने और मतदाता प्रपत्र वितरण, हस्ताक्षर संग्रह और डिजिटाइजेशन जैसे मूल काम में लापरवाही बरतने का आरोप है। आरोप है कि बीएलओ वॉट्सऐप मैसेज और फोन कॉल का भी जवाब नहीं दे रहे। इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया और अब केस दर्ज करा दिया है।
लापरवाही के आरोप में जिनके खिलाफ FIR hui है उनके नाम भी सार्वजनिक किए गए हैं। इनमें सुनीता शुक्ला, रेनू कुमारी, अनुराधा, अर्चना, चंद्रपाल सिंह, मिलिंद कुमार, मनीष सिशोदिया, दिग्विजय सिंह, अजय कुमार, विनिता, मुकेश गुप्ता, अंकित नागर, राकेश कुमार, सुशील कुमार, पीयूष शर्मा, अरुण कुमार, अनिल कुमार, शशि प्रभा, सीरीन फात्मा और सुनीता पाल शामिल हैं।
निर्वाचन प्रभारी और नायब तहसीलदार आलोक कुमार यादव ने अपनी तहरीर में कहा है कि यह लापरवाही साधारण नहीं, बल्कि सीधे तौर पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 का उल्लंघन है। जिला प्रशासन के इस कार्रवाई को बेहद कठोर माना जा रहा है। BLOs का कहना है कि पहले से ही वे अत्यधिक काम के बोझ के कारण मानसिक तनाव से ग्रसित हैं। ऊपर से FIR की कार्रवाई उन्हें और परेशान करने वाला है।




