भारत में अजनबी बना दिए गए हैं अल्पसंख्यक, पूर्व नौकरशाहों ने लिखा पीएम मोदी को पत्र

पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री से कहा है कि देश में ईसाई सहित तमाम अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले हो रहे हैं, ऐसे में ज़रूरी है कि प्रधानमंत्री मोदी इसके विरुद्ध अपना मुंह खोलें

Publish: Mar 06, 2023, 11:21 AM IST

नई दिल्ली। देश के पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री मोदी को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने देश भर में ईसाईयों सहित तमाम अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले के विरुद्ध आवाज़ उठाने की मांग की है। पूर्व नौकरशाहों की अपील है कि प्रधानमंत्री इन हमलों के विरुद्ध मुखर हों जिससे प्रशासन इससे निपटने में तत्परता बरत सके। 

देश के कुल 93 पूर्व नौकरशाहों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त तौर पर चिट्ठी लिखी है। नौकरशाहों ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, "ईसाई बल्कि तमाम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ऐसा महसूस हो रहा है कि वे अपने ही देश में अजनबी बना दिए गए हैं।

पूर्व नौकरशाहों ने कहा है कि बीजेपी के शीर्ष स्तर नेताओं के एक आह्वान से यह हमले रुक सकते हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को भी इस संबंध में मुखर होने की ज़रूरत है। नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री से कहा है कि आपकी सरकार और पार्टी से जुड़े लोग लगातार अपने भाषणों और कृत्यों से अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न कर रहे हैं।

पूर्व नौकरशाहों ने कहा कि देश की आजादी के बाद से ही भारत की कुल आबादी का सिर्फ 2.3 फीसदी हिस्सा ही ईसाईयों का है। ऐसे में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि इनसे देश की अस्सी फीसदी आबादी वाले समुदाय को खतरा है। नौकशाहों ने कहा कि इन्हें सुरक्षा प्रदान करने की ज़िम्मेदारी राज्य की है। राज्य की यह जिम्मेदारी है कि वह देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे और हर व्यक्ति को उसकी धार्मिक मान्यताओं के इतर सुरक्षित करे।