संसद में दिग्विजय सिंह के सवालों का जवाब नहीं दे सकी सरकार, कांग्रेस नेता ने अब अमित शाह को लिखा पत्र

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कश्मीरी पंडितों को लेकर केंद्र सरकार से तीन सवाल पूछे थे, हालांकि, गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर इनका उत्तर देने से इनकार कर दिया।

Updated: Feb 22, 2023, 11:01 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस के कद्दावर नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर तीन सवालों का जवाब मांगा है। ये वही सवाल हैं जिसे सिंह ने संसद में भी उठाया था। हैरानी की बात है कि केंद्र सरकार इसका जवाब नहीं दे सकी। इतना ही नहीं सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर सदन में इन प्रश्नों को निरस्त कर दिया।

दिग्विजय के किन सवालों से भाग रही सरकार?

दरअसल, दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से कश्मीर और कश्मीरी पंडितों को लेकर तीन मामूली सवाल पूछे थे। केंद्र द्वारा सदन में जवाब नहीं मिलने पर सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इन प्रश्नों को दोहराया है। ये सवाल हैं : -

(1) कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं को रोकने के लिये सरकार ने क्या कदम उठाये है?
(2) क्या सरकार ने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के वेतन को इसलिये रोक दिया है क्योंकि उन्होंने हत्या की आशंका से अपना स्थान परिवर्तन करने की मांग की थी? यदि हाँ तो इसके क्या कारण है?
(3) क्या सरकार कश्मीर की हिन्दू आबादी को कश्मीर घाटी से बाहर पुनर्स्थापित करना चाहती है?

गृहमंत्री शाह को संबोधित पत्र में सिंह ने लिखा है कि, 'ये सवाल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के समक्ष भी उत्पन्न हुए थे। कश्मीरी हिंदू कर्मचारी वहाँ भयभीत है और उन्हें सरकार की ओर से समुचित और प्रभावी आश्वासन नही मिला है। मुझे इन सवालों में ऐसी कोई बात भी नही दिखाई देती जिनका उत्तर देने पर राष्ट्र के गोपनीय महत्व के तथ्य उजागर हो सकते हैं। आपके जवाब नही देने से कश्मीरी पंडितों और वहाँ की हिन्दू आबादी में यह संदेश जाएगा कि सरकार सिर्फ कश्मीरी पंडितों या हिन्दुओं की बात भर करती है किन्तु उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नही है।" 

सिंह ने लिखा है कि, "मैं इस पत्र के माध्यम से मेरे द्वारा संसद में पूछे गये प्रश्न को पुनः दोहरा रहा हूँ, जिसमें यह समझ से परे है कि कश्मीरी पंडितों के लिये मेरे द्वारा उठाये गये सवाल के उत्तर में ऐसा क्या गोपनीय था जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो सकता था? मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मेरे इन सवालों का व्यक्तिगत तौर पर उत्तर प्रेषित करने का कष्ट करें। आशा है आप मुझे इन प्रश्नों का उत्तर अवश्य देंगे।"