PM मोदी की आलोचना करने पर जिग्नेश मेवाणी गिरफ्तार, राहुल गांधी बोले- सत्य को कैद नहीं कर सकते

राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने पालनपुर में किया गिरफ्तार, आधी रात सड़क मार्ग से अहमदाबाद ले गई पुलिस, कांग्रेस और लेफ्ट नेताओं ने गिरफ्तारी पर उठाए सवाल, राहुल गांधी बोले- डरो मत

Updated: Apr 21, 2022, 07:02 AM IST

अहमदाबाद। पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात के बड़गाम से दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया। मेवाणी की गिरफ्तारी सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने हालिया सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की थी। असम पुलिस आधी रात विधायक मेवाणी को पालनपुर सर्किट हाउस से उठा ले गई। मेवाणी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि, 'मोदी जी आप स्टेट की महीनरी का दुरुपयोग कर असहमतियों को दबाने का प्रयास कर सकते हैं। लेकिन आप सत्य को कैद नहीं कर सकते हैं।' राहुल गांधी ने 'डरो मत' और 'सत्यमेव जयते' हैशटैग दिया है। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिग्नेश आधी रात करीब साढ़े ग्यारह बजे जब पालनपुर सर्किट हाउस में विश्राम कर रहे थे तब असम पुलिस वहां आ धमकी। असम पुलिस बिना कोई कारण बताए जिग्नेश को उठा ले गई। उनके सहयोगियों के मुताबिक पुलिस ने न कोई FIR की कॉपी और न ही कोई वारंट दिखाया। जिग्नेश की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद गुजरात कांग्रेस के कार्यकर्ता तत्काल सक्रिय हो गए। पुलिस मेवाणी को सड़क मार्ग से अहमदाबाद की ओर ले गई है इस बात की जानकारी मिलते ही स्वयं गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे जहां जिग्नेश को रखा गया था।

कांग्रेस अध्यक्ष ने इस गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि बीजेपी एक विधायक को डराने और धमकाने का प्रयास कर रही है। ऐसी कार्रवाई से न कांग्रेस डरने वाली है न झुकने वाली है। हमारी लीगल टीम जिग्नेश के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ेगी। बता दें कि जगदीश निर्दलीय विधायक हैं, उन्होंने औपचारिक तौर पर कांग्रेस ज्वाइन नहीं किया है, हालांकि सितंबर 2021 में उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया था।

दरअसल, जिग्नेश ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना की थी। इसी सिलसिले में भाजपा शासित असम की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने लिखा था कि, 'गोडसे को अपना आराध्य देव माननेवाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 तारीख से गुजरात दौरे पर है; उनसे अपील है कि गुजरात में हिम्मत नगर, खंभात और वेरावल में जो कोमी हादसे हुए उसके खिलाफ शांति और अमन की अपील करे। महात्मा मंदिर के निर्माता से ईतनी उम्मीद तो बनती है ना?'

मेवाणी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा था कि, 'नागपुर के जिन गद्दारों ने दशको तक तिरंगा नहीं लहराया वही RSS के लोग कल भगवा झंडा लेकर गुजरात के वेरावल तहसील की एक मस्जिद पर नाच रहे थे। गद्दारो कुछ तो शर्म करो। यह रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां का मुल्क है। यहां शांति और अमन बनाए रखिए। सरकार अपने इरादों से बाज़ आये।'

रिपोर्ट्स के मुताबिक असम के कोकराझार जिले के भवानीपुर निवासी अनूप कुमार नामक व्यक्ति ने जिग्नेश के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर असम पुलिस ने जिग्नेश के खिलाफ सेक्शन 120B (अपराधिक षड्यंत्र), 153A (समुदायों के बीच शत्रुता बढ़ाने), 295A (धार्मिक भावनाओं को आहत करने), 504 (शांति भंग करने) समेत कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज की है।

कांग्रेस नेता व जिग्नेश के साथी कन्हैया कुमार ने बताया कि जिग्नेश के पास न मोबाइल है न ही पुलिस ने FIR कि कॉपी दी हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'आधी रात को जिग्नेश भाई के साथी ने कॉल करके बताया कि असम पुलिस ज़िग्नेश भाई को पालनपुर गुजरात से गिरफ़्तार करके उनको असम ले जा रही है, ना मोबाइल है उनके पास ना ही हमको कोई एफआईआर की कॉपी दी गई है। जनता के चुने हुए प्रतिनिधी के साथ ये न्याय?' 

मेवाणी की गिरफ्तारी के खिलाफ गुजरात समेत राजधानी दिल्ली में आज विभिन्न दलों और सामाजिक संगठन से जुड़े लोग विरोध प्रदर्शन करेंगे। सीपीआई (ML) की वरिष्ठ नेत्री कविता कृष्णन ने भी जगदीश मेवाणी के साथ एकजुटता दिखाते हुए ट्वीट किया है कि पीएम मोदी जिनका भगवान गोडसे है वह गांधी की पूजा करने का ढोंग करते हैं। 

 

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने लिखा कि, 'गुजरात के एक चुने हुए MLA को आधी रात में अपराधियों की तरह असम पुलिस गुजरात से गिरफ्तार कर रही है, वो भी बिना किसी FIR COPY या गिरफ्तारी आदेश दिखाए। एक लोकतंत्र के तौर पर आखिर किस दिशा में हम जा रहे है, सोचने की आवश्यकता है, मैं जिग्नेश मेवाणी की तुरंत रिहाई की मांग करता हूँ।' 

बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर समेत अन्य हस्तियां भी जिग्नेश के साथ एकजुटता दिखाते हुए इस गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।