स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया खबरदार, देश के 22 जिलों में फिर पैर पसार रहा है कोरोना

घटती गिरावट की दर को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित, महाराष्ट्र, केरल और नॉर्थ ईस्ट के जिलों में बढ़ रहे कोरोना मामले, स्थिति बिगड़ने की आशंका, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की

Updated: Jul 27, 2021, 01:28 PM IST

Photo Courtesy: Business Standard
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दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश में दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद भी बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर चिंतित है। केंद्र ने लोगों को सतर्क करते हुए चेतावनी दी है कि यूं तो कोरोना के केस कम हो रहे हैं, लेकिन देश के 22 जिलों में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। चार हफ्तों में मरीजों की संख्या में इन जिलों में तेजी से इजाफा देखा गया है। जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उनमें केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय के जिले शामिल हैं। केरल के 7 जिले, महाराष्ट्र का शोलापुर, नार्थ ईस्ट स्थित मणिपुर के 5 जिले और मेघालय के 3 जिले, अरुणाचल प्रदेश के 3 जिले, महाराष्ट्र के 2 जिले, असम का 1 ज़िला और त्रिपुरा का 1 जिला ऐसा है जहां कोरोना मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। 

उत्तर पूर्व और तटीय क्षेत्रों में मामलों के बढ़ने से स्वास्थ्य मंत्रालय भी चिंतित है। वहीं देश के 62 जिलों में रोजाना 100 से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं। इसी तरह देश के 54 जिलों में 10 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट पाई गई है। सरकार ऐसे इलाकों में एक बार फिर सख्ती करने की तैयारी में हैं।

 वैक्सीनेशन के बाद भी सतर्कता जरुरी

कोरोना मामलों के बढ़ने को लेकर नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल का कहना है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने का कोई दावा नहीं किया जा सकता। एक बार फिर बढ़ते मामलों से साफ है कि अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। बारिश के सीजन में ज्यादा सतर्कता की आवश्यकता है। इस मौसम में पानी से कई बीमारियां फैलती हैं। तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति भी बनती रहती है, अगर इन इलाकों में कोरोना की रफ्तार नहीं रोकी गई तो स्थिति को मैनेज करने में भारी परेशानी का सामना करना होगा।  

बीमारी की गंभीरता और मौत रोकने में कारगर है वैक्सीन  

उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा है कि कोई वैक्सीन इस बात की गारंटी नही देता कि अब संक्रमण नहीं होगा। हालांकि वैक्सीन से बीमारी की गंभीरता और मौतों को रोकने में मदद मिल जाती है। इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद भी मास्क, दो गज की दूरी, हाथों की सफाई और अनावश्यक यात्रा को टालना जरूरी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करत हुए संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी है कि भारत में वर्तमान में कोरोना एक्टिव केसों की संख्या 3.9 लाख है। देश में रिकवरी रेट 97.4 फीसदी तक पहुंच चुका है। वहीं देश में 44.19 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। 

अभी खत्म नहीं हुआ महामारी का संकट

लव अग्रवाल ने कहा कि कोविड महामारी को ग्लोबल नजरिए से देखा जाए तो महामारी का संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। विश्व में कोरोना के केसों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जो कि चिंता का विषय बना हुआ है। हमें सख्ती के साथ वायरस के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा।

देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 30,811 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। कुल 42,497 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। वहीं 418 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 4,877 नए मामले सामने आए, 11,077 की रिकवरी हुई, 53 लोगों की मौत हो गई। केरल में 11,586 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 32.83 लाख पहुंच गया। अब तक केरल में 31.29 लाख मरीजों की रिकवरी हो चुकी है, मरने वालों का आंकड़ा 16,171 है। केरल में एक्टिव मरीजों की संख्या 1.36 लाख है।