ICHR ने पोस्टर से जवाहरलाल नेहरू को किया गायब तो लोगों का फूटा गुस्सा, कहा बौना तो बौना ही रहेगा
ICHR ने आज़ादी अमृत महोत्सव के अपने पोस्टर में स्वतंत्रता सेनानी और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जगह नहीं दी है, जबकि स्वाधीनता संग्राम के दौर के विवादास्पद चेहरों में से एक विनायक दामोदर सावरकर को जगह दी गई है, सोशल मीडिया पर आईसीएचआर की इस हरकत का जमकर विरोध हो रहा है

नई दिल्ली। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर मचे बवाल की जड़ बना हुआ है। आईसीएचआर ने आज़ादी अमृत महोत्सव के अपने पोस्टर में स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर के साथ स्वतंत्रता सेनानी और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को जगह नहीं दी है। जिसका सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। लोग प्रधानमंत्री से बड़ा दिल रखने के लिए कह रहे हैं।
सोशल मीडिया यूज़र्स के साथ साथ देश के तमाम जाने माने पत्रकार, नामचीन हस्तियां और कांग्रेस के नेता आईसीएचआर के इस पोस्टर का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि आईसीएचआर ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जगह देने के साथ साथ भारत की आज़ादी के आंदोलन के समय के विवादित चेहरों में से एक रहे विनायक दामोदर सवारकर को जगह दी गई है।
कांग्रेस का बनाया देश है,
— MP Congress (@INCMP) August 28, 2021
बांटने-काटने में पसीने आ जायेंगें। pic.twitter.com/CKYXqnMfkS
देश का बहुत बड़ा तबका सावरकर को गद्दारों की श्रेणी में रखता है। ऐसे लोगों का यह मत है कि सावरकर ने अंग्रेज़ों की यातनाओं से डरकर माफी मांग ली थी और आजीवन ब्रिटिश सरकार का वफादार रहने की कसमें तक खाई थीं। दक्षिणपंथी विचारधारा सावरकर को अपना नायक मानती रही है। सावरकर की तस्वीर को जगह दिए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि माफीखोर की तस्वीर लगाने वाले और लगाने का निर्देश देने वाले को माफी मांगनी चाहिए।
नेहरू जी की फ़ोटो हटाने से क्या खुद का क़द बढ़ जाएगा?
— Pawan Khera (@Pawankhera) August 28, 2021
बौना, बौना ही रहेगा
बहरहाल, आईसीएचआर के इस पोस्टर के विरोध में लोग सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रिया ज़ाहिर कर रहे हैं। लेकिन सबसे तीखी प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की ओर से आयी है। कांग्रेस नेता ने बिना नाम लिए कहा है कि कितनी भी कोशिश कर ले बौना तो बौना ही रहेगा। पवन खेड़ा ने कहा है कि नेहरू जी की फ़ोटो हटाने से क्या खुद का क़द बढ़ जाएगा? बौना, बौना ही रहेगा।