नागरिकों को मरता छोड़ विदेशों को ऑक्सीजन देती रही सरकार, केंद्र पर भड़कीं प्रियंका
कोरोना संकट काल में दोगुना हुआ ऑक्सीजन का निर्यात, चेतावनी के बावजूद धड़ल्ले से दूसरे देशों में भेजा गया ऑक्सीजन, केंद्र सरकार पर बरसी कांग्रेस

नई दिल्ली। कोरोना संकट के इस भयावह दौर में देश ऑक्सीजन की अभूतपूर्व कमी से जूझ रहा है। इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसमें पता चला है कि देश में ऑक्सीजन की घोर किलत की वजह क्या है। रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना संकट के दौर में भारी मात्रा में ऑक्सीजन विदेशों में बेच दिया। पहले के मुकाबले देश का ऑक्सीजन निर्यात घटने के बजाए दोगुना हो गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ऑक्सीजन की कमी लेकर केंद्र पर सीधा वार किया है।
प्रियंका ने ट्वीट कर बताया है कि भारत का ऑक्सीजन निर्यात जो 2019-20: 4502 मीट्रिक टन था वो अब वित्त वर्ष 2020-21: 9300 मीट्रिक टन यानी दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारे यहाँ ऑक्सीजन की कमी नहीं थी। हम ऑक्सीजन के सबसे बड़े उत्पादक हैं। लेकिन सरकार ने कोरोना का खतरा होते हुए भी दोगुना ऑक्सीजन देश के बाहर भेज दिया। ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है?'
भारत का ऑक्सीजन निर्यात
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 21, 2021
2019-20: 4502 मीट्रिक टन
2020-21: 9300 मीट्रिक टन
हमारे यहाँ ऑक्सीजन की कमी नहीं थी। हम ऑक्सीजन के सबसे बड़े उत्पादक हैं। लेकिन सरकार ने कोरोना का खतरा होते हुए भी दोगुना ऑक्सीजन देश के बाहर भेज दी।
ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है? pic.twitter.com/rK1oxqKjm6
देश में ऑक्सीजन क्यों नहीं
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बयान जारी कर विस्तृत रूप से बताया है कि देश में ऑक्सीजन क्यों नहीं है। सुरजेवाला ने लिखा, 'क्या मोदी सरकार बेख़बर थी? चौंकिए मत! मार्च 2020 में भारत सरकार के एम्पावर्ड ग्रूप ने ऑक्सिजन उपलब्ध करने बारे चेताया। पर मोदी सरकार ने अप्रैल 20-जनवरी 21 के बीच 9,294 मेट्रिक टन ऑक्सिजन विदेश निर्यात कर दिया। अब 16 अप्रैल, 2021 को मोदी सरकार कह रही है कि वो 50,000 मेट्रिक टन ऑक्सिजन आयात करेंगे।'
कांग्रेस नेता ने पूछा है कि, 'जब अप्रैल 2021 में ऑक्सिजन आयात का ऑर्डर दे रहे हो तो फिर अप्रैल 2020-जनवरी 2021 के बीच लगभग 10,000 मेट्रिक टन ऑक्सिजन विदेश क्यों भेज रहे थे? और ये 50,000 मेट्रिक टन ऑक्सिजन कब आएगी और कब मिलेगी, इसका कुछ अता पता नही। तब तक दम तोड़ते मरीज़ों और उनके परिवारों को क्या कहें? कि मोदी जी 18 घंटे मेहनत कर शायद 6 महीने में ऑक्सिजन मंगा देंगे, साँसे रोके रखें?'
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 21, 2021
देश में ऑक्सिजन क्यों नही?
चौंकिए मत-
5. 18 घंटे काम करने वाली देश की सरकार ने ऑक्सिजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर का इंतज़ाम ही नही किया।
न ही ऑक्सिजन ले जाने वाले जम्बो व डयूरा सिलेंडर उपलब्ध हैं।
न ही 1 साल में अस्पतालों में ऑक्सिजन स्टोर करने की क्षमता बढ़ाई।#COVID19 https://t.co/Lc8DJoBnf8
सुरजेवाला ने पीएम केयर फंड को लेकर भी तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, 'PM CARE Fund से 21 अक्टूबर, 2020 को देश के 150 अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगाने का टेंडर जारी किया गया। 6 महीने बाद तक उनका अता पता नही। अब 6 अप्रैल, 2021 को 100 नए ऑक्सिजन प्लांट लगाने की नई घोषणा हो गई। जब तीसरी कोरोना वेव आएगी तो तीसरी घोषणा हो जाएगी। बस टेलिविज़न की सुर्ख़ियाँ देखिए और मोदी सरकार के गुणगाण करिए कि क्या बढ़िया काम कर रहे हैं।'
मोदी है तो यही मुमकिन है
सुरजेवाला ने अंत मे कहा है कि मोदी है तो यही मुमकिन है। उन्होंने लिखा, '18 घंटे काम करने वाली देश की सरकार ने ऑक्सिजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर का इंतज़ाम ही नही किया। न ही ऑक्सिजन ले जाने वाले जम्बो व डयूरा सिलेंडर उपलब्ध हैं और न ही 1 साल में अस्पतालों में ऑक्सिजन स्टोर करने की क्षमता बढ़ाई। क्योंकि वो किसान मज़दूर आढ़ती की रोज़ी रोटी छीनने, दुकान धंधे बंद करवाने, अर्थ व्यवस्था डुबोने, रोज़गार छिनने में व्यस्त थे। मोदी और भाजपा है तो यही मुमकिन है।'
PM Modi had ONE YEAR to save Indians from this catastrophe, and what did he chose to do: aid foreigners for his own PR!#IndiaNeedsOxygen pic.twitter.com/NmaR9OuiwI
— Congress (@INCIndia) April 21, 2021
समूचे भारत में जब लोग सांस न लेने के कारण मर रहे हैं तब ऑक्सीजन का निर्यात दोगुनी होने की जानकारी भी सरकारी आंकड़ों से ही मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जनवरी 2020, जब भारत से 352 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का निर्यात किया गया था, के मुकाबले जनवरी 2021 में ऑक्सीजन के निर्यात में 734 प्रतिशत की जब्रदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है।