मिसाइल लॉन्च के लिए स्देवशी तकनीक की दिशा में अहम कामयाबी
HSTDV: हाइपरसॉनिक डिमॉन्सट्रेटर परीक्षण तकनीक लंबी दूरी की मिसाइल सिस्टम और एरियल प्लेटफॉर्म के लिए महत्वपूर्ण व्हीकल साबित होगा। राजनाथ सिंह ने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठा कदम बताया

नई दिल्ली। भारत ने स्वदेशी हाइपरसॉनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्सट्रेटर व्हीकल का सफल परीक्षण किया। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे महान उपलब्धि बताया है। अधिकारियों का कहना है कि यह भविष्य में देश के लंबी दूरी के मिसाइल सिस्टम और एरियल प्लेटफॉर्म के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इसे DRDO ने विकसित किया है।
इस उपलब्धि पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "मैं डीआरडीओ को प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण की दिशा में हासिल की गई इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं। मैंने इस प्रोजक्ट से जुड़े वैज्ञानिकों और से बात की और उन्हें बधाई दी। देश को उनके ऊपर गर्व है।"
The @DRDO_India has today successfully flight tested the Hypersonic Technology Demontrator Vehicle using the indigenously developed scramjet propulsion system. With this success, all critical technologies are now established to progress to the next phase.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 7, 2020
डीआरडीओ के एक अधिकारी ने कहा कि इस सफल परीक्षण से भारत ने उच्च दर्जे की जटिल तकनीक विकसित करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है, जो घरेलू रक्षा उद्योग के साथ आने वाले समय में अगली पीढ़ी के हाइपरसॉनिक व्हीकल्स के लिए मजबूत ढांचे की भूमिका निभाएगी।
यह स्वदेशी हाइपरसॉनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्सट्रेटर व्हीकल स्क्रैमजेट इंजिन पर काम करता है और मैक 6 के बराबर की गति प्राप्त कर सकता है, जो रैमजेट इंजिन के मुकाबले कहीं अधिक बेहतर है।