आरक्षण को ख़त्म करने की साजिश हो रही है, UGC के नए ड्राफ्ट को लेकर भाजपा पर बरसे राहुल गांधी

यह सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने वाले नायकों के सपनों की हत्या और वंचित वर्गों की भागीदारी ख़त्म करने का प्रयास है। यही ‘सांकेतिक राजनीति’ और ‘वास्तविक न्याय’ के बीच का फर्क है और यही है भाजपा का चरित्र: राहुल गांधी

Updated: Jan 30, 2024, 09:31 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने UGC के उच्च शिक्षा संस्थानों (HEI) में टीचिंग स्टाफ की भर्ती से जुड़े ड्राफ्ट की गाइडलाइन पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने सोमवार (28 जनवरी) को कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों में SC, ST और OBC के रिजर्वेशन को खत्म किए जाने की साजिश की जा रही है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'UGC के नए ड्राफ्ट में उच्च शिक्षा संस्थानों में SC, ST और OBC वर्ग को मिलने वाले आरक्षण को ख़त्म करने की साजिश हो रही है। आज 45 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में लगभग 7,000 आरक्षित पदों में से 3,000 रिक्त हैं, और जिनमें सिर्फ 7.1% दलित, 1.6% आदिवासी और 4.5% पिछड़े वर्ग के Professor हैं।'

राहुल गांधी ने आगे लिखा, 'आरक्षण की समीक्षा तक की बात कर चुकी BJP-RSS अब ऐसे उच्च शिक्षा संस्थानों में से वंचित वर्ग के हिस्से की नौकरियां छीनना चाहती है। यह सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने वाले नायकों के सपनों की हत्या और वंचित वर्गों की भागीदारी ख़त्म करने का प्रयास है। यही ‘सांकेतिक राजनीति’ और ‘वास्तविक न्याय’ के बीच का फर्क है और यही है भाजपा का चरित्र।'

राहुल गांधी ने अंत में लिखा कि कांग्रेस ये कभी होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय के लिए लड़ते रहेंगे और इन रिक्त पदों की पूर्ति आरक्षित वर्गों के योग्य उम्मीदवारों से ही कराएंगे।

दरअसल, उच्च शिक्षण संस्थानों (HEI) में टीचिंग और नॉन-टीचिंग पदों पर आरक्षण नीति लागू करने के लिए UCG ने 27 दिसंबर 2023 को गाइडलाइन जारी की थी। इसमें कहा गया कि उच्च शिक्षा संस्थानों में SC, ST और OBC के पर्याप्त उम्मीदवार नहीं होने की स्थिति में सीटों को गैर-आरक्षण की प्रक्रिया का पालन करके डी-रिजर्व किया जा सकता है। अर्थात इन सीटों को सामान्य वर्ग के लिए खोला जाए।

UGC को इसके लिए जबरदस्‍त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग हायर एजुकेशन से आरक्षण को हटाने की कोशिश कर रहा है। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) दिल्‍ली में UGC के इस फैसले के खिलाफ प्रोटेस्‍ट का ऐलान भी किया गया है।