NIA के DG बने IPS सदानंद वसंत, पीयूष आनंद को NDRF की कमान
मुंबई हमले में सबसे पहले मौके पर पहुंचकर जवाबी कार्रवाई करने और सूझ-बूझ से आतंकी कसाब को पकड़ने वाले IPS अधिकारी सदानंद वसंत दांते को NIA की कमान मिली है।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र की एनडीए सरकार ने बड़े प्रशासनिक फेरबदल किए हैं। देश के चर्चित IPS अधिकारी सदानंद वसंत को नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) का डायरेक्टर जनरल (DG) नियुक्त किया गया है। वहीं, आईपीएस पीयूष आनंद को नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) का डीजी बनाया गया है।
केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को इन नियुक्तियों से संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि IPS राजीव कुमार शर्मा को ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) में डीजी बनाया गया है।
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महाराष्ट्र कैडर के IPS अधिकारी सदानंद वसंत अपने कड़े फैसलों के लिए जाने जाते हैं। फिलहाल वह मुंबई में एटीएस के प्रमुख हैं। उन्हें 2015 में सीआरपीएफ का आईजी नियुक्त किया गया था। यह वह समय था जब छत्तीसगढ़ समेत देश के कई हिस्सों में नक्सली हिंसा हुई थी, जिसके बाद सशस्त्र अभियान चलाया गया था।
26/11 हमले के दौरान उनकी बहादुरी और सूझबूझ की वजह से उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। बताया जाता है कि 1990 बैच के अधिकारी सदानंद दाते उन कुछ अधिकारियों में से थे, जो आतंकियों द्वारा टागेट की गई जगह पर सबसे पहले पहुंचे और फिर आखिर तक जवाबी कार्रवाई में लगे रहे। यह दाते की बहादुरी और विषम परिस्थितियों में सूझबूझ थी, जिसके कारण अबू इस्माइल और अजमल कसाब द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को बचाया जा सका। फिर कसाब एकमात्र जीवित आतंकवादी के रूप में पकड़ने में कामयाबी मिली।
उत्तर प्रदेश कैडर के 1991 बैच के आईपीएस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में वर्तमान विशेष महानिदेशक पीयूष आनंद को नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) का डीजी नियुक्त किया गया है। राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार शर्मा को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो का डीजी नियुक्त किया गया है। शर्मा वर्तमान में राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के प्रमुख हैं और इससे पहले उन्होंने डीजीपी (कानून और व्यवस्था), राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी (आरएसी), और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के रूप में कार्य किया है।