जम्मू कश्मीर पुलिस की सफ़ाई, अब्दुल्ला परिवार को आतंकी हमले की आशंका के कारण बाहर जाने से रोका

उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं, अब्दुल्ला का कहना है कि पुलिस ने घरों में बंद किए गए लोगों को पहले से कोई जानकारी नहीं दी, अचानक घर के सामने ट्रक लगाकर निकलने से रोकना ग़लत

Updated: Feb 14, 2021, 09:42 AM IST

Photo Courtesy : The Hindu
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श्रीनगर। पुलवामा हमले की बरसी पर अब्दुल्ला परिवार को घर से निकलने नहीं देने के मसले पर उमर अब्दुल्ला की नाराज़गी सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी अपना पत्र रखा है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने अब्दुल्ला के आरोपों पर सफाई देते हुए दो दस्तावेज मीडिया को दिए हैं, जिनमें आतंकी हमलों के खतरे की वजह से किसी भी तरह के VIP मूवमेंट पर रोक लगाने की बात कही गई है। 
 
जम्मू कश्मीर पुलिस ने जो दस्तावेज जारी किए हैं उसमें यह बताया गया है कि हमले की आशंका को देखते हुए श्रीनगर और उसके आसपास के क्षेत्र में किसी भी तरह के मूवमेंट पर रोक लगाई गई है। यहां तक कि सरकारी अफसरों के मूवमेंट पर भी कई तरह की पाबंदियां लागू की गई हैं। हालांकि किसी ऑपरेशन के लिए वाहनों की आवाजाही की छूट दी गई है।

लेकिन जम्मू कश्मीर प्रशासन के इस स्पष्टीकरण के बावजूद उमर अब्दुल्ला संतुष्ट नहीं हैं। उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि 'कृपया इस बात को नोट कीजिए कि जिन लोगों को घर में नज़रबंद किया गया है, उनका नाम दोनों ही दस्तावेजों में नहीं है। इसके साथ ही इस बात का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है कि आखिर पुलिस ने किस कानून के तहत हमारे घर के बाहर पुलिस के ट्रकों को खड़ा किया गया है, ताकि हमें घर से बाहर जाने से रोका जा सके।' 

श्रीनगर पुलिस ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी थी कि चूंकि आज पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी वर्षगांठ है इसलिए कुछ सूचनाओं के आधार पर सभी वीआईपी लोगों के मूवमेंट पर रोक लगा दी गई है। श्रीनगर पुलिस ने यह भी कहा है कि सभी लोगों को पहले से यह सूचित कर दिया गया था कि आज किसी भी तरह के दौरे की योजना न बनाएं। उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर पुलिस के स्पष्टीकरण पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि 'कृपया मुझे यह बताएं कि आखिर किस कानून के तहत मुझे घर में नजरबंद किया गया है? आप मुझे घर से बाहर न निकलने की हिदायत ज़रूर दे सकते हैं लेकिन सुरक्षा का बहाना बनाकर मुझे जबरन घर में रहने के लिए नहीं कहा जा सकता।'

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दरअसल आज सुबह सुबह उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी थी कि उन्हें और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को घर में नजरबंद कर दिया गया है। उमर अब्दुल्ला ने अपने घर के बाहर की तस्वीर साझा की थी, जिसमें पुलिस के दो ट्रक दिखाई दे रहे थे। उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा था कि अगस्त 2019 के बाद से यही नया कश्मीर है। उमर अब्दुल्ला ने बताया था कि उन्हें, उनके के पिता को नज़रबंद करने के अलावा उनकी बहन और उनके बच्चों को भी नज़रबंद कर दिया गया है। 

उमर अब्दुल्ला आज श्रीनगर से बाहर पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने जाने वाले थे। दूसरी तरफ पीडीपी प्रमुख और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी दिसंबर 2020 में मुठभेड़ के दौरान मारे गए अतहर मुश्ताक के परिजनों से मिलने दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जा रही थीं। लेकिन उन्हें भी पुलवामा जाने से रोक लिया गया।