1947 में भीख मिली थी असली आज़ादी 2014 में मिली है, कंगना के बेतुके बयान पर लोगों ने किया ट्रोल

कंगना रनौत के बयान पर सोशल मीडिया पर लोग जमकर लताड़ रहे हैं, लोग कह रहे हैं कि कंगना ने मोदी की चमचागिरी में सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं

Publish: Nov 11, 2021, 05:22 AM IST

नई दिल्ली/मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत मोदी सरकार की अंधभक्ति के कारण एक बार फिर ट्रोल का शिकार हो गई हैं। आजादी को लेकर दिए गए कंगना के बेतुके बयान को लेकर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना की आलोचना करते हुए कह रहे हैं कि अभिनेत्री ने मोदी की चमचागिरी के तमाम रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। 

कंगना रनौत का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वे एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए यह कह रही हैं कि 1947 में इस देश को आजादी नहीं बल्कि भीख मिली थी। असली आज़ादी 2014 में मिली है। यानी केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद ही इस देश को आजादी को मिली है। 

कंगना के इस बयान पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे अवार्ड पाने के लिए कंगना का हथकंडा बता रहे हैं। जबकि कुछ यूजर्स इसे आजादी के आंदोलन में अपना बलिदान देने वाले तमाम स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करार दे रहे हैं। वहीं कुछ लोग कंगना के बयान के जरिए मोदी सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं। 

कंगना के वायरल बयान पर एक यूजर ने लिखा कि इस हिरोइन ने मोदी की चमचागिरी के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। कंगना रनौत का यह बयान आजादी के आंदोलन का अपमान है। वहीं एक रिटायर्ड आईएएस ने कंगना रनौत का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि इसलिए कहा था कि शोहरत मिले तो सोनू सूद बनना, कंगना नहीं। कंगना रनौत ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु सहित लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को भीख बता दिया।

यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कंगना रनौत के बयान के ज़रिए मोदी सरकार को भी आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि ऐसे लोगों को पद्मश्री देने वाले मोदी को जवाब देना चाहिए कि आखिर हम कुर्बानियों से मिली आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं या आपके भक्तों के अनुसार भीख में मिली आजादी का?