6 कंपनियों से पैसे कमा रही थीं माधबी पूरी बुच, कांग्रेस ने SEBI प्रमुख पर लगाए गंभीर आरोप

हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगे थे। अब इसे लेकर कांग्रेस लगातार माधबी पुरी को आड़े हाथों ले रही है।

Updated: Sep 10, 2024, 02:38 PM IST

नई दिल्ली। हिंडनबर्ग के हालिया खुलासे के बाद सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चीफ माधवी पुरी बुच विपक्ष के निशाने पर हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मंगलवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माधवी पूरी बुच पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि सेबी प्रमुख रहते उन्होंने 6 कंपनियों से पैसे लिए हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मंगलवार को एआईसीसी मुख्यालय में मीडिया से कहा कि वह माधबी पुरी बुच और तमाम कंपनियों के उनके रिश्तों का लगातार खुलासा कर रहे हैं। पवन खेड़ा ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक ने इस मामले में बताया है कि माधबी पुरी के खाते में कब और कितने पैसे आए हैं, लेकिन ना तो सेबी और ना ही पीएमओ ने इस पर कोई जवाब दिया है।

पवन खेड़ा ने कहा कि आज हम एक और खुलासा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में एगोरा एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड का जिक्र हुआ था। माधबी पुरी ने बाद में कहा कि जब वह सेबी गईं, तो उसके बाद से ही उनकी ये कंपनी डॉर्मेंट हो गई। पवन खेड़ा ने एक कागज दिखाते हुए दावा किया कि 31 मार्च 2024 तक भी इस कंपनी में उनका 99 फीसदी स्टेक है।

पवन खेड़ा ने सरकार पर उंगली उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी से खड़गे तक के फोन की बातें सरकार को पता हैं, लेकिन माधबी पुरी के झूठ के बारे में नहीं पता। उन्होंने कहा कि माधबी पुरी ने कई बातों को जानबूझकर छुपाया है। पवन खेड़ा ने आगे कहा कि इन सबसे एक सवाल उठता है कि आखिर किन कंपनियों ने एगोरा से सेवाएं लीं? एक सवाल ये भी है कि क्या ये कंपनियां सेबी के स्कैनर में हैं?

कांग्रेस नेता ने कहा कि 2016-17, 19-20 और 23-24 तक माधबी पुरी ने एगोरा के माध्यम से 2.95 करोड़ रुपये कमाए। ये पैसे महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉक्टर रेड्डीज, पिडीलाइट, आईसीआईसीआई, सैम्बकॉर्प और विसूलीजी एंड फाइनेंस इन 6 कंपनियों से कमाए गए। खेड़ा बोले कि ये सारी कंपनियां लिस्टेड हैं और ये सेबी से रेगुलेट होती हैं और साथ ही ये सभी एगोरा की क्लाइंट हैं। 

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पवन खेड़ा ने सेबी के कोड ऑफ कनडक्ट के सेक्शन 5 का जिक्र करते हुए कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंट्रेस्ट के बारे में कहा। उन्होंने कि सेबी ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के पक्ष में कई ऑर्डर निकाले, जिनकी तारीखें सवाल खड़ा करती हैं। ये तारीखें हैं 31 मई 2019, 21 जुलाई 2020, 26 मार्च 2018, 21 अप्रैल 2020 और 27 अगस्त 2021। 2019-20 में धवल बुच को महिंद्रा एंड महिंद्रा से 1.73 करोड़ और 20-21 में 3.04 करोड़ रुपये मिलेगा, यानी कुल 4.78 करोड़ रुपये मिले। खेड़ा बोले कि अभी उनके पास बहुत सारा मसाला है और इसी हफ्ते वह फिर से आएंगे और खुलासे करेंगे।