पदभार ग्रहण करते ही एक्शन मोड़ में मल्लिकार्जुन खड़गे, CWC की जगह स्टीयरिंग कमेटी का किया गठन

मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस कमेटी में पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, सांसद दिग्विजय सिंह समेत 47 लोगों को शामिल किया है। अध्यक्ष पद चुनाव में ताल ठोकने वाले सांसद शशि थरूर को कमेटी का मेंबर नहीं बनाया गया है।

Updated: Oct 27, 2022, 03:44 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करते ही मल्लिकार्जुन खड़गे एक्शन में नजर आ रहे हैं। खड़गे ने पद संभालने के बाद एक बड़ा फैसला लेते हुए कांग्रेस की सर्वोच्च इकाई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को भंग कर दिया है। इसके जगह पर उन्होंने 47 सदस्यीय स्टीयरिंग कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी CWC की जगह पर काम करेगी।

इस कमेटी में गांधी परिवार के सभी सदस्यों (सोनिया, राहुल, प्रियंका) के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी नाम है। मध्य प्रदेश से सिर्फ दिग्विजय सिंह को ही इस कमेटी में शामिल किया गया है। वहीं अध्यक्ष पद चुनाव में ताल ठोकने वाले शशि थरूर को कमेटी में जगह नहीं मिली है। जबकि G23 के आनंद शर्मा का नाम शामिल है। इसके अलावा पार्टी के दोनो मुख्यमंत्री राजस्थान सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल को भी कमेटी से बाहर ही रखा गया है।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को जारी पत्र में बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान की धारा 15(बी) के तहत पार्टी अध्यक्ष ने इस कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में अन्य सदस्यों में एके एंटनी, अभिषेक मनु सिंघवी, अजय माकन, आनंद शर्मा, अविनाश पांडेय, गायखंबम, हरीश रावत, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह, कुमारी शैलजा, केसी वेणुगोपाल, ललथनहवला, मुकुल वासनिक, ओमन चांडी, पी. चिदंबरम, रणदीप सिंह सुरजेवाला, रघुबीर मीना, तारिक अनवर, अधीर रंजन चौधरी, भक्त चरण दास, देवेंद्र यादव, आदि शामिल हैं।

कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि जब तक नई वर्किंक कमेटी नहीं बन जाती तब तक पुरानी वर्किंग कमेटी को स्टीयरिंग कमेटी का दर्जा देकर कंटिन्यू करने की पुरानी परंपरा है। जब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का नया सेशन होगा तब नई वर्किंग कमेटी के चुनाव होंगे। CWC में 12 लोग चुने जाते हैं जबकि 12 को मनोनीत किया जाता है। इससे पहले आज सुबह कांग्रेस वर्किंग केमेटी के सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। केसी वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों, एआईसीसी के महासचिव और इनचार्ज ने अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

बता दें कि 24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का व्यक्ति बना है। खड़गे की छवि चुनावी राजनीति के अजेय योद्धा के रूप में है। ऐसे में उनके अध्यक्ष बनने से कार्यकर्ता उत्साहित हैं। पदभार ग्रहण करने के बाद खड़गे ने अपने संबोधन में कहा था कि, 'उदयपुर डिक्लेरेशन में पार्टी ने तय किया था कि चुनाव की तैयारियों के लिये Public Insight Department और AICC Election Management Department बनाए जाएंगे। ये आज के समय की एक बड़ी ज़रूरत है। इसलिए इन्हें हम तुरंत स्थापित करेंगे।'