अंग्रेज़ों के आने से पहले 70 फीसदी भारतीय थे शिक्षित, मोहन भागवत का अजीबोगरीब बयान

मोहन भागवत ने कहा कि अंग्रेजों के आगमन से पहले देश में कोई बेरोजगारी भी नहीं थी

Publish: Mar 06, 2023, 03:46 PM IST

नई दिल्ली। सर संघचालक मोहन भागवत एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। मोहन भागवत ने दावा किया है कि भारत में अंग्रेजों के शासन से पहले देश की अधिकतर आबादी शिक्षित थी। इतना ही नहीं आरएसएस प्रमुख ने यह भी दावा किया है कि अंग्रेजों के आगमन से पहले देश में बेरोजगारी भी नहीं थी। 

मोहन भागवत ने यह बातें हरियाणा के करनाल में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। भागवत ने कहा कि ब्रिटिश शासन से पहले देश की 70 फीसदी आबादी शिक्षित थी और इसी शिक्षा के दम पर लोग अपनी आजीविका के विकल्प ढूंढ लेते थे। 

भागवत ने कहा कि अंग्रेज जब भारत आए तो उन्होंने देश के शिक्षा मॉडल को कबाड़ में डाल दिया और हमारे शिक्षा मॉडल को अपने देश ले गए। भागवत ने कहा कि अपने देश शिक्षा मॉडल ले जाने के बाद अंग्रेजों की 70 फीसदी आबादी शिक्षित रह गई जबकि जो शिक्षा मॉडल उन्होंने भारतीयों पर थोपा, उस वजह से भारत में 17 फीसदी आबादी ही शिक्षित बची रह गई। 

मोहन भागवत के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर यूजर्स भागवत बयान को हास्यास्पद करार देते हुए कह रहे हैं कि इसका मतलब है कि भागवत मानते हैं कि मुगलों के समय में भारत की स्थिति अच्छी थी क्योंकि अंग्रेजों से पहले मुगलों का ही शासन था। दरअसल आरएसएस और बीजेपी पर मुगलों को विलेन घोषित करने की आड़ में बहुसंख्यक आबादी को मुस्लिमों के खिलाफ भड़काने के आरोप लगते रहे हैं।