Lucknow : CM office के सामने मां-बेटी ने किया आत्मदाह, हालत गंभीर
नाली के विवाद को लेकर दबंगों ने मई महीने में दोनों मां-बेटी की पिटाई की थी। मां-बेटी एक महीने तक सुनवाई के लिए चक्कर लगाती रही।

लखनऊ : उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार शाम एक मां-बेटी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के गेट नंबर तीन के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया। घटना में दोनों बुरी तरह से झुलस गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक मां का 80 फीसदी वहीं बेटी का 40 फीसदी शरीर आग से जल गया है। इस दौरान घटनास्थल पर कई लोग मौजूद थे लेकिन तमाशबीन लोग मदद करने की बजाए वीडियो बनाते रहे। दोनों मां-बेटी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां मां की हालत गंभीर है वहीं, बेटी खतरे से बाहर है। घटना के बाद जामो थाने के इंस्पेक्टर रतन सिंह समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
आत्मघाती कदम उठाने वाली मां-बेटी की पहचान जामो थाना क्षेत्र की सोफिया और गुड़िया के रूप में हुई है। अस्पताल में भर्ती गुड़िया ने घटना की वजह मीडिया को बताया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक नाली के विवाद को लेकर दबंगों ने मई महीने पहले दोनों मां-बेटी की पिटाई की थी। मामले की एफआईआर लिखाने पर दबंगों ने थाने के बाहर फिर से उनदोनों पिटाई की वहीं एक्सीडेंट कर जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद दोनों मां-बेटी एक महीने तक सुनवाई के लिए चक्कर लगाती रहीं। इस दौरान उनकी किसी मंत्री से मुलाकात भी हुई थी बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हुई।
मामले पर सुनवाई न होने से नाराज मां-बेटी 17 जुलाई को लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाना चाह रही थीं। लेकिन यहां भी कोई सुनवाई नहीं होता देख थक-हारकर दोनों ने शाम को सीएम ऑफिस के गेट नंबर 3 के पास खुद को आग के हवाले कर दिया। मामले पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। सपा नेता ने ट्वीट कर पूछा है कि क्या प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज है ?
लोकभवन के सामने 2 महिलाओं द्वारा आत्मदाह की घटना, सोती हुई सरकार को जगाने के लिए क्या काफ़ी नहीं है या फिर असंवेदनशील सरकार व मुख्यमंत्री जी किसी और बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 18, 2020
क्या उप्र में सरकार नाम की कोई चीज़ है !
वहीं मायावती ने पीड़ित को न्याय देने व लापरवाह अफसरों पर करवाई करने की मांग की है।
जमीन विवाद को लेकर अमेठी जिला निवासी माँ-बेटी द्वारा कल लखनऊ सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास दुःखद, किन्तु राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए अगर उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया गया है तो यह गंभीर आपराधिक मामला है, जिसकी सही जाँच कराकर दोषी को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) July 18, 2020
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अमेठी एसपी डॉ. ख्याति गर्ग ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही के आरोप में जामो थाने के एसएचओ रतन सिंह, दरोगा ब्रह्मानंद तिवारी समेत दो अन्य पुलिस कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है।