भाई जैसे दोस्त का बेटा है इसलिए सुनता रहता हूं, तेजस्वी पर आग बबूला हुए नीतीश
विधानसभा के भीतर तेजस्वी यादव के आरोपों पर भड़क उठे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ये भी पूछा तुमको उप-मुख्यमंत्री किसने बनाया था

पटना। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन हंगामे के बीच गुज़रा और हंगामे के बीच ही सदन स्थगित हो गया। इन सबके बीच सबसे बड़ा चर्चा का विषय नीतीश कुमार का गुस्सा बना हुआ है। सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच जमकर कहासुनी हुई। इसी दौरान तेजस्वी यादव के आरोपों से बौखलाए नीतीश कुमार बुरी तरह भड़क उठे। उन्होंने भरे सदन में बेहद गुस्से में तेजस्वी के बारे में कहा, 'भाई समान दोस्त का बेटा है, इसलिए सुनता रहता हूँ।'
दरअसल आरजेडी नेता सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जमकर नीतीश कुमार पर हमला बोला। इसी दौरान तेजस्वी ने कहा कि हम बड़ों पर कटाक्ष नहीं करते, क्योंकि हमारे मां बाप ने हमें ऐसे ही संस्कार दिए हैं, लेकिन जिस तरीके से एक 31 साल के नौजवान पर हमला किया गया वो सही नहीं था।तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारे मां-बाप पर उनके बच्चों को लेकर जो कुछ कहा वो बेहद आपत्तिजनक था। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी अपनी चुनावी सभाओं में कहते थे कि लालू जी के 9 बच्चों की बात करते थे। कहते थे कि बेटी पर भरोसा नहीं था, बेटा के लिए 9 बच्चे हुए। जबकि इनको बता है कि मेरे बड़े भाई भी हैं और मुझसे छोटी बहन भी है। तो क्या इसी तरह नीतीश जी के लिए कहा जाए कि उनके एक ही बेटा है, उन्होंने दूसरा बच्चा इसलिए नहीं पैदा किया कि लड़की पैदा होने का डर था? तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर यह आरोप भी लगाया कि वह 1991 में हुई एक हत्या के मामले में शामिल रहे हैं। तेजस्वी ने नीतीश के ऊपर कंटेंट चोरी के मामले में लगे 25 हजार रुपये के जुर्माने का जिक्र करते हुए भी हमला बोला। तेजस्वी की बयानबाज़ी के बीच ही सदन के स्पीकर विजय चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार पर जो हत्या का मामला चल रहा था उसे सुप्रीम कोर्ट ने समाप्त कर दिया है।
स्पीकर ने यह कहा ही था कि तेजस्वी अपनी सीट से उठे और कहा कि उन्होंने जो नीतीश कुमार पर आरोप लगाए हैं वो गलत नहीं हैं। बस, तेजस्वी के इतना बोलते ही नीतीश कुमार आपा खो बैठे। नीतीश ने कहा, जो बात ये बोल रहा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। ये झूठ बोल रहा है। मेरे भाई समान दोस्त का बेटा है, इसीलिए मैं सुनता रहता हूं। इसके पिता को विधायक दल का नेता किसने बनाया था क्या उसको पता है? इसको उपमुख्यमंत्री किसने बनाया था इसको पता है ? इसके ऊपर आरोप लगा तो हमने कहा कि जवाब दो, मगर जब जवाब नहीं दिया तो हम अलग हो गए। हम कुछ नहीं बोलते हैं। तेजस्वी पर चार्जशीट है। 2017 में क्यों नहीं स्थिति स्पष्ट किया था ?
इसके बाद विधानसभा में जमकर हंगामा मच गया और स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। विधानसभा में आज नीतीश कुमार को इस तरह बौखलाया हुआ देखकर सदन में मौजूद लोग हैरान रह गए। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आज से पहले नीतीश को इतने गुस्से में शायद ही किसी ने देखा हो।