अगले साल से सिंगल यूज प्लास्टिक के निर्माण और ख़रीद बिक्री पर बैन, हर तरह के इस्तेमाल पर पाबंदी

सरकारी नोटिफिकेशन के मुताबिक दो चरणों में होगा बैन, एक जनवरी 2022 से प्लास्टिक के झंडे, बलून, आइस्क्रीम की स्ट्रॉ आदि पर रोक, जुलाई 2022 से प्लास्टिक की थाली, कटोरी, ग्लास चम्मच का निर्माण और खरीदी बिक्री पर भी पाबंदी

Updated: Aug 13, 2021, 02:41 PM IST

Photo Courtesy: currency
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दिल्ली। भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर देश को प्लास्टिक मुक्त करने की तैयारी है। देश में सिंगल यूज प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसके जारी होने के बाद सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने का रास्ता साफ हो गया है। देश में सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माण, इंपोर्ट, स्टाक करने, बेचने औऱ खरीदने पर पूर्णत: पाबंदी रहेगी।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर दो चरणों में बैन लगेगा। पहला चरण जनवरी 2022 से शुरू होगा, इसमें प्लास्टिक के झंडे, बलून, आइसक्रीम और कैंडी की स्टिक जैसी वस्तुओं पर बैन लगेगा। उसके बाद एक जुलाई 2022 से रोजमर्रा में उपयोग आने वाले थाली, कटोरी, प्लेट, चम्मच, ग्लास, कप, प्लास्टिक चाकू जैसे सिंगल यूज सामान पर बैन लगा दिया जाएगा। इसी लिस्ट में प्लास्टिक के ट्रे, पैकिंग वाले रैपर,  इन्विटेशन कार्ड, सिगरेट के पैकेट, कचरा फेंकने वाली पन्नियां, कैरी बैग, ईयरबड्स, प्लास्टिक स्टिक शामिल होगा। इन वस्तुओं के निर्माण, बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी जाएगी।

दरअसल देश की आजादी की 75 वर्षगांठ के मौके पर देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित एक नोटीफिकेशन जारी कर दिया है, अब देश में सिंगल यूज प्लास्टिक का निर्माण, इंपोर्ट, स्टॉक, डिस्ट्रीब्यूशन और सेल पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी।

इस नोटिफिकेशन के तहत 30 सितंबर, 2021 से 75 GSM के प्लास्टिक कैरी बैग्स पर रोक लगाई जा रही है। जबकि 120 माइक्रोन के प्लास्टिक कैरी बैग पर अगले साल 31 दिसंबर, 2022 से बैन लगाये जाने तैयारी है।

लोगों से अपील की जा रही है कि प्लास्टिक की जगह कागज और कपड़े के बैग्स का उपयोग करें। प्लास्टिक की स्टिक्स की जगह लकड़ी या बांस की स्काटिक्स को चलन में लाया जा सकता है। डिस्पोजेबल कटलरी और थाली प्लेट के मामले में स्टील और अन्य मटेरियल से बनी वस्तुओं को प्रमोट करने की योजनाएं काफी समय से चल रही हैं।

माना जा रहा है कि अगर सबकुछ प्लानिंग के अनुरूप रहा और प्लास्टिक पर पूरी तरह बैन हो गया तो पेपर इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ा मौका होगा। इसकी बानगी शुक्रवार 13 अगस्त को देखने को मिली जब कागज के स्टॉक में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। माना जा रहा है कि इसके पीछे प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम का नोटिफिकेशन जारी होना एक बड़ी वजह है। देश में एक जुलाई 22 से 100 माइक्रॉन से कम मोटे प्लास्टिक और बैनर्स पर भी रोक होगी।