झारखंड सियासी संकट: खूंटी में पिकनिक मनाकर रांची लौटे सभी MLAs, 8.30 बजे महागठबंधन की बैठक

सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक खत्म, 3 बसों में सवार होकर सीएम हाउस से निकले MLAs, सड़क मार्ग से पड़ोसी राज्य में शिफ्ट करने की तैयारी

Updated: Aug 27, 2022, 02:36 PM IST

रांची। महाराष्ट्र के बाद अब झारखंड में चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिशें तेज हो गई है। राज्य में संभावित 'ऑपरेशन लोटस' को देखते हुए हेमंत सरकार भी सक्रिय हो गई है। हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना को देखते हुए सीएम हेमंत सोरेन सत्ताधारी दल के विधायकों को लेकर खूंटी के लतरातू पहुंचे थे। यहां विधायकों ने साथ मिलकर पिकनिक मनाया और देर शाम रांची लौट गए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक झारखंड में सियासी उठापटक के बीच शनिवार को सीएम हाउस में महागठबंधन के विधायकों की बैठक हुई। बैठक के बाद 3 लग्जरी बसों में सवार होकर महागठबंधन के विधायक सीएम हाउस से बाहर निकले। पहले ये संभावना जताई जा रही थी कि उन्हें पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया जाएगा। हालांकि, अब खबर आई है कि विधायकों के साथ सीएम सोरेन झारखंड के ही खूंटी में पिकनिक मनाने गए थे।

तीनों बसों को पुलिस सुरक्षा में खूंटी के लतरातू डैम ले जाया गया। बस के पीछे से सीएम हेमंत सोरेन का काफिला भी चल रहा था। जबकि सीएम स्वयं विधायकों के साथ बस में सवार थे। उन्होंने विधायकों के साथ सेल्फी भी ली। 

इस बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि इस बसों में केवल 33 विधायक जा रहे हैं। 10-11 विधायक अभी भी संपर्क में नहीं हैं। इससे पहले बैठक में कई विधायक बैग लेकर पहुंचे थे। मांडर से कांग्रेस की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इसलिए बैग लेकर आए हैं। 

शिल्पी ने तब कहा था कि हमें अगर यहां रखा जाएगा तो यहीं रहेंगे। सीएम हाउस में रहने को कहा जायेगा तो वहां रहेंगे। लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई है। जैसा कहा जायेगा वैसा करेंगे। कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने बताया कि, 'गठबंधन के विधायकों को छत्तीसगढ़ अथवा पश्चिम बंगाल में भेजे जाने की सभी व्यवस्थाएं हो चुकी थी। दोनों राज्य गैर-भाजपा सरकारों द्वारा संचालित हैं। उन्हें जहां उचित होगा वहां भेजा जाएगा।'

सूत्रों के मुताबिक CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने का नोटिफिकेशन शनिवार को किसी भी समय चुनाव आयोग की तरफ से जारी किया जा सकता है। राज्यपाल रमेश बैस ने CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द कर दी है। चुनाव आयोग की ओर से भेजी गई अनुशंसा पर के बाद उन्होंने ये कार्रवाई की है। हालांकि, इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है।