प्रियंका गांधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, मृतक किसानों के परिजनों से मिलने जा रही थीं प्रियंका

प्रियंका गांधी को हरगांव से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, उन्हें गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया है

Publish: Oct 04, 2021, 03:41 AM IST

लखनऊ। लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार के बाद मृतक किसानों के परिजनों ने मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रियंका गांधी को हरगांव से गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया है। कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की पुष्टि खुद यूपी कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर की है। 

यूपी कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सीतापुर पुलिस लाइन पहुंचने का आह्वान किया है। सीतापुर पुलिस लाइन के बाहर भारी संख्या में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता डटे हुए हैं, उनका कहना है कि जब तक प्रियंका गांधी को रिहा नहीं किया जाता तब तक वे वहां से हटेंगे नहीं। 

इससे पहले रविवार देर रात प्रियंका गांधी लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए निकली थीं। लेकिन यूपी पुलिस ने जब उन्हें लखीमपुर जाने से रोका तब वे पैदल ही लखीमपुर खीरी के लिए निकल पड़ीं। थोड़ी दूर पैदल चलने के बाद प्रियंका एक गाड़ी में बैठकर आगे के सफर के लिए रवाना हो गईं। 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका के साथ किया दुर्व्यवहार 

लखीमपुर खीरी जाते वक्त उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका गांधी को रोक लिया। प्रियंका गांधी के साथ दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद थे। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जबरन गाड़ी में बैठाए जाने और धक्का मुक्की का विरोध कर रही हैं। 

प्रियंका गांधी एक पुलिस कर्मी को बिना किसी वारंट के गिरफ्तार करने का प्रयास करने के लिए खरी खोटी सुनाते नज़र आ रही हैं। प्रियंका गांधी इस दुर्व्यवहार के लिए पुलिस कर्मी के ऊपर अपहरण और प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी भी दी रही हैं। प्रियंका गांधी पुलिस कर्मी से कह रही हैं कि गिरफ्तार करना है तो गिरफ्तार करो, लेकिन ये जो आप जबरन घेरने की कोशिश कर रहे हो, और धकेल रहे हो, उसके लिए आपके ऊपर अपहरण और प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करवा सकती हूं। 

प्रियंका गांधी के इस साहसिक रुख और उत्तर प्रदेश पुलिस को आईना दिखाने के लिए कांग्रेस नेता की जमकर प्रशंसा हो रही है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लोग उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब योगी राज में उत्तर प्रदेश पुलिस प्रियंका गांधी जैसी बड़ी नेता के साथ ऐसा बर्ताव कर सकती है, तब राज्य की आम महिलाएं यूपी में खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करती होंगी? 

रविवार को लखीमपुर खीरी में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टनी के बेटे ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से रौंद दिया। इस दौरान चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं कई किसान घायल हो गए। किसानों की दर्दनाक मौत की खबर लगते ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने तत्काल ही लखीमपुर खीरी जा कर मृतकों के परिजनों का दर्द बांटने का फैसला किया। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रियंका गांधी को मृतकों के परिजनों तक पहुंचने नहीं दिया। 

कई नेताओं को लखीमपुर जाने से रोका गया 

प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाता देख उत्तर प्रदेश के अन्य नेताओं ने भी लखीमपुर खीरी जाने की ठानी। चंद्रशेखर आज़ाद को भी पुलिस ने सीतापुर में गिरफ्तार कर लिया। जबकि बीएसपी नेता सतीश मिश्रा को उनके लखनऊ स्थित घर में ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया। वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर खीरी जाने का एलान किया था। लेकिन अखिलेश को रोकने के लिए उनके घर के बाहर सुबह सवेरे ही ट्रक खड़ा कर दिया गया।