Priyanka Gandhi: अन्नदाता को आतंकी कहना बहुत बड़ा पाप, व्यर्थ नहीं जाने देंगे नवरीत की शहादत

यूपी के रामपुर जाकर नवरीत सिंह के परिवार से मिलीं प्रियंका गांधी, वहाँ मौजूद लोगों से कहा, किसानों पर सबसे ज्यादा जुल्म हो रहा है, ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली के ITO पर हुई थी नवरीत की मौत

Updated: Feb 04, 2021, 12:33 PM IST

Photo Courtesy : Twitter/ Ajay Kumar Lallu
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रामपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज उत्तर प्रदेश के रामपुर जाकर ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में जान गंवाने वाले किसान नवरीत सिंह की मां और अन्य परिजनों से मुलाकात की। नवरीत के गांव दिबदिबा में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने नवरीत सिंह के दादा सरदार हरदीप सिंह को वचन दिया कि उनके पोते की शहादत वह व्यर्थ नहीं जानें देंगी। प्रियंका ने इस दौरान कहा कि अपने जवान बेटे को खोने का दर्द क्या होता है, ये समझने के लिए मानवीय संवेदनाओं का जिंदा होना जरूरी है। 

प्रियंका गांधी ने नवरीत सिंह की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहा, 'मुझे अपने अनुभव से मालूम है कि एक शहीद का परिवार, उसकी शहादत को कभी भूल नहीं सकता। वो उस शहादत को हमेशा के लिए अपने दिलों में रखता है। उस शहादत से उसके दिल में सिर्फ एक तमन्ना जागती है कि अपने प्यारे की शहादत व्यर्थ न हो। मैं जानती हूं कि आप सबके दिलों में यही तमन्ना है।'

Photo Courtesy : Twitter/ Ajay Kumar Lallu

जुल्म करना पाप, सहना उससे भी बड़ा पाप : प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने कहा, 'नवरीत 25 साल के थे। मेरा बेटा 20 साल का है। आपके भी नौजवान बेटे हैं जो उत्साह में हैं। किसानों का साथ देने के अपने उत्साह में नवरीत दिल्ली चले गए। उनके साथ ऐसा हादसा हुआ कि वे वापस नहीं आए। वे क्यों गए थे वहां? कोई राजनीतिक साजिश नहीं थी। वो इसलिए गए कि उनके दिल में दुख था, उनके अंदर पीड़ा थी और उन्हें मालूम था कि किसानों के साथ जुल्म हो रहा है। गुरु गोबिंद सिंह ने कहा है कि जुल्म करना पाप है लेकिन सहना उससे बड़ा पाप है। हो सकता है, यही सोचते हुए एक नौजवान इतनी दूर से आंदोलन में शामिल होने पहुंचा। इस उम्मीद से कि सब इकट्ठा होंगे तो सरकार सुनेगी और जो किसानों के दिल की बात है उसके लिए सरकार भी दरवाजे खोलेगी।' 

 

हम जुल्म बर्दाश्त नहीं कर सकते : प्रियंका गांधी

प्रियंका ने केंद्र सरकार से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उसे ये कानून वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा, 'ये तीन कानून किसानों के साथ बहुत बड़ा जुल्म हैं। लेकिन इससे भी बहुत बड़ा जुल्म ये कर रहे हैं जब किसानों को आतंकवादी कहते हैं, जब आंदोलन को साजिश की तरह देखते हैं। अगर नेता देशवासियों की आवाज़ नहीं सुन सकते, अगर वह लोगों से यह नहीं कह सकते कि मैं तुम्हारी बात सुनूंगा, तो वह किसी काम के नहीं रहते। यह राजनीतिक बातें करने का मौका नहीं है, लेकिन हम जुल्म बर्दाश्त नहीं कर सकते। जो सच्चाई है वह सच्चाई है।' 

 

नवरीत की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देंगे:  प्रियंका

प्रियंका ने इस दौरान नवरीत सिंह के परिजनों को वचन दिया कि नवरीत की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। उन्होंने कहा, 'यह आपका आंदोलन है, किसानों का आंदोलन है, देश के एक-एक वासी का आंदोलन है। इसीलिए मैं यहां आई हूं और नवरीत के परिजनों को कहना चाहती हूं कि आप अकेले नहीं हैं। आपके साथ इस देश के कोने कोने का किसान खड़ा है। हम आपके साथ हैं। मैं सरदार हरदीप सिंह को कहना चाहती हूं कि आपके पोते की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देंगे।' उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को तब तक जारी रखेंगे, जब तक तीनों काले कानूनों को सरकार वापस नहीं लेती।

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प्रियंका गांधी आज यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत समेत पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर के दिबदिबा गांव पहुंचीं। यहां उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले नवरीत सिंह के परिवार से मुलाकात की।