यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया, आगरा जाने से रोका

आगरा में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार रात मौत हो गई, पुलिस पर दलित युवक को पीट-पीटकर मार डालने का आरोप है

Updated: Oct 20, 2021, 10:56 AM IST

आगरा। आगरा में दलित युवक अरुण वाल्मीकि की पुलिस कस्टडी मौत के बाद पीड़ित परिवार से मिलने आगरा जा रहीं प्रियंका गांधी को रोक लिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेता को अपनी हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने की जानकारी खुद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने दी है। 

आचार्य प्रमोद ने अपने ट्विटर हैंडल पर हिरासत में लिए जाने की जानकारी देते हुए लिखा है कि लखनऊ पुलिस ने प्रियंका गांधी जी और हम लोगों को “हिरासत” में ले लिया है,वो लोग आपस में “पुलिस लाइन” ले जाने की बातें कर रहे हैं।

प्रियंका गांधी आज दोपहर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लखनऊ से आगरा के लिए निकली थीं। लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रोक लिया। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू के साथ धक्कामुक्की भी किए जाने की खबर है। इन सबके बीच एक दिलचस्प तस्वीर भी सामने आ रही है, जहां महिला पुलिसकर्मी प्रियंका गांधी के साथ सेल्फी लेती नज़र आ रही हैं

आगरा रवाना होने से पहले प्रियंका गांधी ने दलित युवक की मौत मामले में योगी राज में प्रदेश की बेपटरी होती कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। प्रियंका गांंधी ने कहा था कि भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। प्रियंका गांधी ने पूछा था कि आखिर एक दलित युवक को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार डालना कहां का न्याय है। 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी दलित युवक की मौत पर भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा है कि वाल्मीकि जी ने इस देश को एक नया रास्ता दिखाया था। उन्होंने प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। आज जब हम भारत को देखते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे उनके संदेशों पर हमले हो रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारा संविधान वाल्मीकि जी के विचारों का संविधान है।  

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दरअसल आगरा के जगदीशपुरा थाने में पुलिस कस्टडी में एक दलित युवक की मौत के बाद से ही हड़कंप मच गया है। अरुण वाल्मीकि नाम के एक युवक को जगदीशपुरा थाने की पुलिस मालखाने से 25 लाख रुपए की चोरी के शक में पकड़ कर लाई थी। युवक सफाईकर्मी था और मालखाने की सफाई करता था। मालखाने से चोरी का शक युवक पर जाने के बाद पुलिस मंगलवार को उसे पकड़कर तो ले आई लेकिन रात में ही कथित तौर पर उसकी तबीयत बिगड़ गई और युवक ने अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया। दलित युवक की मौत मामले में शक की सुई पुलिस की तरफ ही घूम रही है। पुलिस पर युवक को पीट-पीटकर मार डालने के आरोप लग रहे हैं।