आगरा में पुलिस कस्टडी में हुई दलित युवक की मौत, प्रियंका गांधी ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

आगरा के जगदीशपुरा थाने का मामला, मंगलवार रात को अरुण वाल्मीकि नामक युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई, अरुण वाल्मिकी को पुलिस ने मालखाने से 25 लाख रुपए की चोरी की शंका में पकड़ा था

Publish: Oct 20, 2021, 08:07 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत का मामला सामने आया है। मंगलवार को पुलिस ने उसे चोरी के शक में गिरफ्तार किया था, लेकिन रात में ही उसकी अचानक मौत हो गई। दलित युवक की मौत के बाद वाल्मीकि समाज में आक्रोश व्याप्त है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग के साथ साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। 

प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर दलित व्यक्ति की मौत पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा है कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है।उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।

दरअसल हाल ही में आगरा के जगदीशपुरा थाने से 25 लाख रुपए की चोरी हुई थी। थाने के मालखाने में 25 लाख रुपए और सोना रखा हुआ था। लेकिन चोर ने सिर्फ रुपए ही मालखाने से चुराए। इसी बीच सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि अचानक कहीं गायब हो गया। इसलिए पुलिस को चोरी का शक अरुण वाल्मिकी पर गया। 

मंगलवार को पुलिस ने अरुण वाल्मीकि को अपनी हिरासत में लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गायब होने के बाद उसने अपने बाल कटवा लिए थे। मंगलवार को पुलिस उसे अपने साथ गिरफ्तार कर थाने ले आई। लेकिन रात में कथित तौर पर उसकी तबीयत अचानक ही बिगड़ गई। जिसके बाद पुलिस उसे अस्पताल ले गई। लेकिन अरुण वाल्मीकि ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद शक की सुई पुलिस के ऊपर घूम रही है। आरोप लग रहे हैं कि पुलिसिया बर्बरता के कारण ही अरुण वाल्मीकि की जान गई है।