Rajasthan Crisis: BJP ने की बाड़ेबंदी, MLA को भेजा गुजरात
BJP: मीडिया रिपोर्ट्स का दावा जालौर, सिरोही और उदयपुर संभाग के करीब 12 विधायक अहमदाबाद के रिसॉर्ट में शिफ्ट

जयपुर। राजस्थान में इन दिनों सियासी घमासान अपने चरम पर है।14 अगस्त को राज्य में विधानसभा सत्र का आयोजन किया जाना है। इससे पहले अब राज्य के मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने पार्टी के अंदर तोड़फोड़ की आशंका से अपने विधायकों की घेरेबंदी शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने गुजरात से सटे पांच ज़िलों के अपने 12 विधायकों को अहमदाबाद के किसी होटल में शिफ्ट कर दिया है। पार्टी ने इन विधायकों को गहलोत खेमे द्वारा सम्पर्क साधे जाने के बाद किया है। बीजेपी का कहना है कि विधायक सोमनाथ के दर्शन करने गए हैं।
विधायकों को गुजरात शिफ्ट किए जाने को लेकर बीजेपी खुद इंकार कर रही है। लेकिन ख़बरों के बाज़ार में यह चर्चा काफी गर्म है कि बीजेपी ने पार्टी के अंदर टूट के डर से सतर्कता बरतते हुए विधायकों के लिए सुरक्षित ठिकाने तलाशने शुरू कर दिए हैं। इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जालौर, सिरोही और उदयपुर संभाग के करीब 12 विधायकों को गुजरात ले जाया गया है। इनमें उदयपुर के 6 में से चार विधायकों को भी गुजरात ले जाया गया है। जिन विधायकों को गुजरात ले जाया गया है, इनमें उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा व गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती शामिल हैं।
अपुष्ट खबरों के अनुसार बीजेपी ने अब तक अपने 25 विधायकों की घेराबंदी की है। यह विधायकों की घेरेबंदी का पहला चरण ही है। खबर है कि शाम तक कुछ और विधायकों को मध्य प्रदेश शिफ्ट किया जा सकता है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स अपने सूत्रों के हवाले से यह दावा कर रहे हैं कि पहले बीजेपी की अपने विधायकों की घेरेबंदी की योजना 11 अगस्त के बाद की थी लेकिन बसपा विधायकों को हाईकोर्ट के नोटिस तामिल होने के बाद भाजपा ने इसमें बदलाव करते हुए इस प्लान को शुक्रवार को ही अंजाम दे दिया।
दलित और आदिवासी MLA की बाड़ेबंदी
यहां पर रेखांकित करने योग्य बात यह है कि इस समय बीजेपी आदिवासी और दलित समाज से आने वाले विधायकों की ही घेराबंदी कर रही है। इन विधायकों में विधायक जगसीराम कोली, समाराम गरासिया बाबूलाल खराड़ी, फूल सिंह मीणा और शोभा चौहान शामिल हैं। सूचना है कि कुछ विधायकों को मध्य प्रदेश भी भेजा जाएगा।
बीजेपी विधायकों की घेराबंदी क्यों रही है ?
राजस्थान में 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र आयोजित होना है। जहाँ राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना बहुमत साबित करना है। इससे पहले 11 अगस्त को राजस्थान हाई कोर्ट बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर अपना फैसला सुना सकती है। ऐसे में बीजेपी को इस बात की पूरी भनक लग चुकी है कि किसी भी समय पार्टी के अंदर बड़ा विस्फोट हो सकता है। बीजेपी को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की नाराज़गी का भी डर सता रहा है। पार्टी के अंदर इसी विस्फोट को रोकने के लिए बीजेपी ने अपने विधायकों की घेराबंदी शुरू कर दी है।