मुंबई में दो दिन के लिए धारा 144 लागू, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया फैसला

11 और 12 दिसंबर को मुंबई में सामाजिक आयोजनों, रैली, जुलूस निकालने पर लगी रोक, महाराष्ट्र में नए वेरिएंट से संक्रमितों की कुल संख्या पहुंची 17, मुंबई में मिले हैं 3 नए मरीज,

Updated: Dec 11, 2021, 07:20 AM IST

Photo Courtesy: cnbc
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मुंबई। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 17 मरीज मिले हैं। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने एक बार फिर सख्ती शुरू कर दी है। कोरोना हॉटस्पाट रहे मुंबई में दो दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी है। 11-12 दिसंबर को शहर में रैली, जुलूस और धरना प्रदर्शन पर रोक रहेगी। 144 धारा का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के 7 मरीजों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 3 केस मुंबई और 4 केस पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका में मिले हैं। मुंबई में युवाओं में कोरोना संक्रमण मिला है। ये 25 से 48 साल के बीच के हैं। खबर है कि ये लोग तंजानिया, यूके और साउथ अफ्रीका से लौटे हैं। वहीं पुणे के पिंपरी चिंचवड में मिले मरीज नाइजीरियन महिला के संपर्क में आने की वजह से पॉजिटिव मिले हैं।

दिल्ली, गुजरात में भी ओमिक्रॉन के मरीज मिले हैं। जिसके बाद कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 33 तक पहुंच गया है। दिल्ली में विदेशों से लौटे 27 यात्रि कोरोना पॉजिटिव मिले थे। जिनके सैंपल्स की जिनोम सिक्वेंसिंग में 2 लोगों में ओमिक्रॉन संक्रमण मिला है। अन्य की ओमिक्रॉन टेस्ट नेगेटिव मिला है।

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 वहीं गुजरात के जामनगर में ओमिक्रॉन के 2 मरीज मिले हैं।पहले से संक्रमित व्यक्ति की पत्नी और साला ओमिक्रॉन संक्रमित मिले हैं। यह व्यक्ति जिम्बाब्वे से लौटा था। भारत में मिले 33 मरीजों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 17, राजस्थान 9, गुजरात 3, दिल्ली और कर्नाटक में 2-2 मरीज मिले हैं। वहीं राजस्थान के सभी 9 लोग और पुणे का एक मरीज ठीक हो गया है। इनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नाटक से एक ओमिक्रॉन मरीज के दुबई भागने की खबर है। 

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का पहला मरीज साउथ अफ्रीका में 24 नवंबर को मिला था। अब इस वेरिएंट ने भारत समेत दुनिया के 59 देशों में अपने पैर पसार लिए हैं। जिसे लेकर WHOका कहना है कि इसके मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ सकती है, जिससे हॉस्पिटलाइजेशन की दर बढ़ने की आशंका है। कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन के स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा म्यूटेशन हो चुके हैं। जिसकी वजह से वैक्सीन के बेअसर होने की आशंका भी जताई जा रही है। भले ही लक्षण माइल्ड हों फिर भी सावधानी और कोरोना गाइड लाइन्स का सख्ती से पालन करना जरूरी है।