Sonia Gandhi: मोदी सरकार पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ाकर बेशर्मी से कर रही है मुनाफ़ाख़ोरी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी के नाम पत्र में कहा, जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम कम हैं, तब आपकी सरकार पेट्रोल डीज़ल के दाम क्यों बढ़ा रही है, देश के लोग इस बात से बेहद ख़फ़ा हैं

Updated: Feb 21, 2021, 01:13 PM IST

Photo Courtesy : Financial Express
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस की आसमान छूती कीमतों के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेहद कड़ा पत्र लिखा है। सोनिया गांधी ने इस पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस के दाम बढ़ाकर बेशर्मी से मुनाफाखोरी कर रही है। उन्होंने लिखा है कि देश के लोगों में इस बात को लेकर गहरी नाराज़गी है, क्योंकि वे देख रहे हैं कि सरकार ऐसे वक्त में भी दाम लगातार बढ़ाती जा रही है, जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम उतने अधिक नहीं हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की है कि सरकार देश के लोगों को इस महंगाई से निजात दिलाने के लिए पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में फौरन कटौती करे। 

लोगों के दुख और पीड़ा से मुनाफाखोरी कर रही है सरकार : सोनिया

सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि देश भर में पेट्रोल,डीज़ल और रसोई गैस के लगातार बढ़ते दामों की वजह से देश का आम नागरिक बेहद तनाव और गुस्से में है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि देश आज बेरोज़गारी और आय में कमी से जूझ रहा है, वस्तुओं के दाम बढ़ने से समाज के निचले तबके से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार तक आर्थिक तंगहाली का सामना कर रहे हैं। ऐसे संकट काल में लोगों को राहत देने का उपाय करने की बजाय सरकार ने उनके दुख और पीड़ा से मुनाफाखोरी करने की राह पकड़ ली है।  

 

सोनिया गांधी ने कहा कि आज देश के भीतर तेल के दाम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर चले गए हैं। देश के कई हिस्सों में पेट्रोल के दाम सौ रुपये लीटर से भी ज्यादा हो गए हैं। डीज़ल के बढ़ते दामों ने किसानों के ऊपर और कहर ढहा दिया है। सोनिया गांधी ने कहा कि लोगों के अंदर सरकार के प्रति पनप रहे गुस्से की सबसे बड़ी वजह यही है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम इतने नहीं बढ़े हैं, तो भारत में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में इतना उछाल क्यों आ रहा है? 

कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी को यूपीए सरकार की याद दिलाते हुए कहा है कि मनमोहन सिंह की सरकार के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें अभी के मुकाबले दोगुनी थीं। फिर भी देश के भीतर तेल के दाम आज से कम थे। लेकिन मौजूदा सरकार लगातार बारह दिन तक पेट्रोल और डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी करके बेशर्मी से मुनाफाखोरी करने में लगी है। सोनिया गांधी ने कहा है कि मैं यह सोच पाने में असमर्थ हूँ कि आखिर सरकार ने किस आधार पर डीज़ल पर एक्साइज़ ड्यूटी 820 प्रतिशत यानी आठ गुने से ज्यादा और पेट्रोल में 258 प्रतिशत यानी ढाई गुने से ज्यादा बढ़ा दी। उन्होंने ने कहा है कि मोदी सरकार ने अपने 6.5 साल के कार्यकाल के दौरान पेट्रोल और डीज़ल पर टैक्स बढ़ाकर करीब 21 लाख करोड़ रुपये का मुनाफ़ा कमाया है। 

सोनिया गांधी ने कहा कि जब वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम घट रहे हों, तो देश के भीतर भी पेट्रोल-डीज़ल के दाम घटने चाहिए। कांग्रेस नेता ने मोदी को याद दिलाया कि जब पिछले साल अंतररष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटकर 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ गए थे, तब भी सरकार ने देश में पेट्रोल और डीज़ल के दाम घटाने पर विचार नहीं किया। उन्होंने लिखा है कि सरकार की जिम्मेदारी आम जनता के बोझ को कम करने की होती है, न कि उनके हितों के खिलाफ काम करने की। सोनिया गांधी ने कहा कि महंगाई की मार झेल रहे देश और समाज के सभी वर्गों को राहत देने के लिए मैं आपसे पेट्रोल-डीज़ल और रसोई गैस की कीमतों में फौरन कटौती करने की मांग करती हूँ। सोनिया गांधी ने अंत में लिखा है कि मुझे उम्मीद है आपकी सरकार कोई बहाना बनाने की बजाय समस्या का समाधान निकालने की ओर कदम बढ़ाएगी।