तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई, दम तोड़ती मां के लिए बेबस बेटे ने गाया गाना, रो पड़े डॉक्टर
एक महिला डॉक्टर ने ट्विटर पर उस बेटे की बेबसी को बयां की है, जिसकी मां कोरोना से जंग में हार रही थी, मौत से पहले वीडियो कॉल पर मां को सुनाया आखिरी गाना

कोलकाता। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत को तबाह कर रखा है। इस महामारी ने कई लोगों से उनके अपनों को छीन लिया है। आने वाले कुछ महीनों में देश भले ही संक्रमण पर काबू पा ले, लेकिन इसने जो लोगों के दिलों में जख्म दिए हैं, उन्हें भरने में दशकों लग जाएंगे। इस महामारी का सबसे बड़ा दुख ये है कि अंतिम समय में आप अपने प्रियजनों को ठीक से विदा भी नहीं कर सकते। आखिरी सांसें थमने तक उनका हाथ पकड़कर साथ होने का एहसास भी नहीं करा सकते।
इस महामारी के दौरान जब किसी के परिजनों की सांसें थम रही हो बेबसी और करुणा के सिवा कुछ नहीं बचता। ऐसा ही एक कहानी ट्वीटर पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दम तोड़ती मां को देख एक बेटे के पास कोई रास्ता नहीं था सिवाय आखिरी वक्त में उन्हें उनका पसंदीदा गाना सुनाने के। मामला कोलकाता का है जहां सांसें थमने के पहले संघमित्रा चटर्जी को उनके लाडले सोहम चटर्जी ने वीडियो कॉल पर एक गाना सुनाया।
Today, towards the end of my shift, I video called the relatives of a patient who is not going to make it. We usually do that in my hospital if it’s something they want. This patient’s son asked for a few minutes of my time. He then sang a song for his dying mother.
— Doctor (@DipshikhaGhosh) May 12, 2021
ट्वीटर पर एक्टिव रहने वाली डॉक्टर दीपशिखा घोष ने यह वाक्या साझा किया है। दीपशिखा ने ट्वीट किया, 'आज अपनी शिफ्ट खत्म होने से पहले एक कोविड पीड़ित महिला जो अपनी आखिरी सांसें गिन रहीं थी, उनके बेटे को कॉल किया। हम अपने हॉस्पिटल में इस तरह के लोगों के लिए ये चीज़ें आमतौर पर करते हैं, ताकि किसी की आखिरी इच्छा पूरी की जा सके। महिला के बेटे ने मुझसे कुछ मिनट मांगे और वीडियो कॉल पर अपनी मरती हुई मां को एक गाना गाकर सुनाया।'
तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई...
डॉक्टर दीपशिखा ने आगे लिखा, 'लड़के ने अपनी मां को देखते हुए 'तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई' गाना गाया। मैं फोन पकड़े वहीं खड़ी रही और उसकी मां और उसे गाते हुए देखती रही। आसपास की नर्सें चुपचाप आकर खड़ी हो गईं। गाना गाते-गाते लड़का पूरी तरह से टूट चुका था, उसके जुबान लड़खड़ाने लगे, हालांकि उसने खुद को संभालते हुए गाना पूरा किया। फिर मुझसे अपनी मां के बारे में पूछा और शुक्रिया बोकलर फोन रख दिया।'
दीपशिखा ने आगे लिखा, 'फोन कटने के बाद मैं और नर्सें वहीं खड़े रहे। हमारी आंखें नम हो चुकी थी। डायलिसिस अलार्म बजने के बाद एक-एक कर सभी नर्स अपने-अपने मरीजों के पास चली गईं। इस गीत ने हम सभी को हमेशा के लिए बदल दिया है। कम से कम मुझे तो। यह गीत हमेशा उनका रहेगा।' यह वाक्या उस दिन का है जब दुनिया नर्स डे पर स्वास्थ्यकर्मियों को सलाम कर रही थी।