नहीं होगा कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव, स्टीयरिंग कमेटी ने खड़गे को मेंबर्स चुनने के लिए किया अधिकृत

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां अधिवेशन शुरू हो चुका है। सबसे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में संचालन समिति की बैठक हुई।

Updated: Feb 24, 2023, 10:36 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां अधिवेशन शुरू हो चुका है। सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में स्टीयरिंग कमेटी (संचालन समिति) की बैठक हुई। इस बैठक से अहम खबर सामने आ रही है। स्टीयरिंग कमेटी के बैठक में सीडब्ल्यूसी चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया गया है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने इस बात की जानकारी दी।

जयराम रमेश ने बताया कि स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में हिस्सा ले रहे सभी 45 सदस्य चुनाव नहीं कराए जाने के पक्ष में थे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीडब्ल्यूसी मेंबर्स चुनने के लिए अधिकृत किया है। यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। ऐसे में अब कांग्रेस अध्यक्ष ही पार्टी नेताओं को सीडब्ल्यूसी मेंबर मनोनित करेंगे।

जयराम रमेश ने स्टीयरिंग कमेटी की बैठक के बाद प्रेस को बताया कि स्टीयरिंग कमेटी में खुलकर बातचीत हुई। सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी। सर्वसम्मति से स्टीयरिंग कमेटी ने यह तय किया है कि कांग्रेस अध्यक्ष को CWC के सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार दिया जाए। देश में जो राजनीतिक हालात है उसको मद्देनजर स्टीयरिंग कमेटी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को सीडब्ल्यूसी चयन का अधिकार दिया जाए। उन्होंने बताया कि इस दौरान कांग्रेस पार्टी के संविधान के प्रावधानों में भी बदलाव किया जाएगा। संविधान के संशोधन में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सीडब्ल्यूसी में दलित, आदिवासी, ओबीसी, महिला और युवाओं का प्रतिनिधित्व हो।

स्टीयरिंग कमेटी को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमारा महाधिवेशन ऐसे दौर में हो रहा है, जब इस देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं। लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं। राजनीतिक गतिविधियों पर भी पहरेदारी हो रही है। इस नाते हमें बहुत सोच विचार कर तथ्यों के साथ अपने विचारों को आगे बढाना है क्योंकि इस महाधिवेशन पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं।"

खास बात ये है कि इस बैठक में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं था। दरअसल, गांधी परिवार नए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फ्री हैंड देना चाहता है और किसी भी तरह से फैसलों को प्रभावित नहीं करना चाहता है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी दोपहर 2 बजे रायपुर पहुंचेंगे। वहीं प्रियंका गांधी शनिवार को पहुंचेंगीं। साथ ही कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत ठीक नहीं है। ऐसे में वह महाधिवेशन में कब शामिल होंगी इस बात को लेकर संशय है।

स्टीयरिंग कमेटी की बैठक के बाद शाम के वक्त करीब चार बजे सब्जेक्ट कमेटी की बैठक होगी। जिसमें तय किया जाएगा कि इस अधिवेशन में किन बड़े विषयों पर चर्चा की जानी है। चर्चा के बाद उन संबंधित विषयों पर रणनीति बनाई जाएगी। पार्टी को जनता के मूड, के हिसाब से सलाह देंगे कि क्या करें और क्या न करें। 

इसके अगले दिन यानी शनिवार को राजनीतिक, आर्थिक और इंटरनेशनल अफेयर्स पर चर्चा के बाद प्रस्ताव लाए जाएंगे। जबकि रविवार को कृषि, किसान कल्याण, युवा रोजगार और शिक्षा तथा सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण पर चर्चा होगी। रविवार को ही दो बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण होगा। इसके बाद शाम चार बजे मेगा रैली का आयोजन किया गया है। बताते चलें कि इस साल के अंत तक छत्तीसगढ़ सहित 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में कांग्रेस के इस महा अधिवेशन को कई मायनों में बेहद अहम माना जा रहा है।