राहुल गांधी: कृषि कानूनों को सही बताने वाले लोग क्या ख़ाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे

राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- वादा किसानों को किया लेकिन आय अडानी अम्बानी की दोगुनी की

Updated: Nov 29, 2020, 08:51 PM IST

Photo Courtesy: The Week
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नई दिल्ली। दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर किसान अब तक डटे हुए हैं। किसान संगठनों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को एक स्वर में ठुकरा दिया है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने अमित शाह द्वारा किसानों के सामने रखी गई पेशकश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने सख्त लहजे में कहा है कि जो लोग अब तक कृषि कानूनों को सही बता रहे हैं, वे लोग क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे। 

वादा  किसानों को किया लेकिन आय दोगुनी की अदानी और अम्बानी की : राहुल 

इसके साथ ही राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आय दोगुनी करने का वादा तो किसानों से किया लेकिन सरकार ने अम्बानी और अदानी की आय दोगुनी की। बता दें कि राहुल गांधी अमूमन मोदी सरकार पर गरीब विरोधी और पूंजीपतियों के मित्र होने का आरोप लगाते रहते हैं। 

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किसान विरोधी कानून वापिस लें प्रधानमंत्री : दिग्विजय सिंह 

राहुल गांधी के अलावा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को जल्द से जल्द कृषि विरोधी कानूनों को किसानों से चर्चा कर वापस लेना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर मोदी कृषि कानूनों को लाने से पहले चर्चा कर लेते तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है, 'यदि मोदी जी किसान विरोधी क़ानून लाने के पहले ही किसानों से चर्चा कर लेते तो यह स्थिति क्यों बनती। मोदी जी तीनों किसान विरोधी क़ानून वापस लें और पुनः किसानों से चर्चा कर इन क़ानूनों को संसदीय समिति को पुनर्विचार के लिए सौंपे।' 

बता दें कि किसानों के विरोध प्रदर्शन को बढ़ता देख केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों के सामने बुराड़ी मैदान में एकत्रित होने का प्रस्ताव रखा था। अमित शाह ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा था कि अगर किसान बुराड़ी में आने के लिए तैयार हो जाते हैं तो सरकार 3 दिसंबर से पहले ही उनसे बातचीत करने के लिए तैयार है। अमित शाह ने कहा था, 'मैं आपको आश्वासन देता हूं कि जैसे ही आप पुलिस द्वारा बताए गए निरंकारी मैदान चले जाएंगे, हमारी सरकार अगले ही दिन आपसे बात करेगी। 3 दिसंबर से पहले भी हम बातचीत को तैयार हैं। अमित शाह के इस प्रस्ताव को किसान संगठनों ने अब औपचारिक तौर पर ठुकरा दिया है।