साढ़े तीन साल के कुंवर प्रताप का नाम इंडिया और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, कंप्यूटर से तेज है दिमाग

LKG के छात्र ने 23 मिनट 48 सेकंड में पढ़ीं 27 किताबें, 40 तक पहाड़े हैं जुबानी याद, चुटकियों में बताते हैं देश विदेश की राजधानियां और नदियों के नाम, चाइल्ड प्रोडिजी मैगजीन ने टॉप 100 बच्चों की लिस्ट में दिया स्थान

Updated: Jul 29, 2021, 06:28 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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पंजाब के लुधियाना निवासी साढ़े तीन साल के कुंवर प्रताप सिंह की याददाश्त का चर्चा दुनिया भर में हो रहा है। उनकी कुशाग्र बुद्धि और उनके IQ की बदौलत उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला है। साथ ही कुंवर प्रताप सिंह को चाइल्ड प्रोडिजी मैगज़ीन में देश के टॉप 100 विलक्षण प्रतिभा वाले बच्चों की लिस्ट में फीचर किया गया है।

 कुंवर लुधियाना के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल में LKG के स्टूडेंट हैं। उनकी याददाश्त और उनकी विलक्षण प्रतिभा की वजह से उन्होंने 5वीं क्लास के बच्चों को भी मात दे दी है। उनकी मैथ्स इनती स्ट्रांग है कि वे हर नंबर और प्राइम नंबर को पलक झपकते ही मल्टीप्लाई कर सकते हैं।

कुवंर ने 27 किताबें 23 मिनट 48 सेकंड में पढ़ने की रिकार्ड बनाया है। यही वजह है कि उन्हें चाइल्ड प्रोडिजी मैगज़ीन की ओर से इंडिया के टॉप 100 बच्चों में स्थान मिला है। उन्हें 40 तक पहाड़े जुबानी याद हैं। वे दुनिया भर के देशों और प्रदेशों की राजधानी चुटकियों में बता देते हैं। कुंवर किताबें पढ़ने के साथ-साथ कई भाषाएं बोलने की क्षमता रखते हैं। कई ऐसे शब्द जिन्हें कई बार बड़े भी आसानी से याद नहीं रख पाते वे उन्हें बोलने और उनके उच्चारण में एक्सपर्ट हैं।   

कुंवर ने ओलंपियाड में भाग लेकर कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं, उन्होंने 1 मिनट के समय में रीकॉलिंग कर विश्व के 27 ऐतिहासिक स्थानों के बारे में बता कर ग्रैंड मास्टर का टाइटल पाया। वहीं दूसरा रिकार्ड उन्होंने 1 मिनट में ही 14 मल्टीप्लीकेशन टेबल्स साल्व करने का बनाया है। इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्डस में नाम दर्ज करवाने वाले कुंवर ने केवल 48 सेकेंड्स में देश के राज्यों की राजधानियों का नाम बताने का रिकार्ड अपने नाम किया है। वहीं 23 मिनट 48 सेकेंड में सबसे ज्यादा 27 बुक्स पढ़ने वाले सबसे छोटे बच्चे बने।

आज के दौर में जहां लोग टैक्नोलॉजी के इतने गुलाम हो गए हैं कि अपना ही नंबर खोजने के किए मोबाइल और कंप्यूटर पर डिपेंडेंट है, छोटी छोटी कैल्क्यूलेशन के लिए कैल्क्यूलेटर की मदद लेते दिखाई देते हैं। ऐसे में पंजाब के लुधियाना के साढ़े तीन साल के कुंवर प्रताप को अपने मोहल्ले भर के मोबाइल नंबर और पते जुबानी याद हैं।