टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का आरोप, मुझ पर नज़र रखी जा रही है

अपने धारदार भाषण के लिए मशहूर तृणमूल कांग्रेस की तेज़ तर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने दिल्ली पुलिस को लिखी चिट्ठी, अपने घर पर तैनात किए गए जवानों को वापस बुलाने की मांग

Updated: Feb 13, 2021, 03:00 PM IST

Photo Courtesy : ABP News
Photo Courtesy : ABP News

नई दिल्ली। ममता बनर्जी की पार्टी तृण मूल कांग्रेस की तेज़ तर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने घर के बाहर केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर गंभीर सवाल उठाए हैं। तृणमूल सांसद ने आरोप लगाया है कि उन पर नज़र रखी जा रही है। मोइत्रा ने मांग की है कि राजधानी दिल्ली में उनके घर के बाहर तैनात किए गए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवानों को तत्काल वहां से हटाया जाए। महुआ मोइत्रा हाल ही में संसद में दिए अपने एक और जोरदार भाषण के कारण काफी चर्चा में हैं। उनके इस भाषण से बीजेपी काफी बौखलाई हुई है।

महुआ मोइत्रा ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को पत्र भी लिखा है। टीएमसी सांसद ने इस पत्र को ट्वीट भी किया है और दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव से कहा है कि उनके घर के बाहर तैनात जवानों को वहां से हटाया जाए। मोइत्रा का कहना है कि जब उन्होंने सरकार से सुरक्षा की मांग ही नहीं की, तो उनके घर के बाहर सुरक्षा बलों को क्यों तैनात किया गया है। 

महुआ मोइत्रा ने अपने पत्र में लिखा है कि, 'इन सुरक्षाबलों के व्यवहार से लगा कि वे मेरे मूवमेंट को नोट कर रहे हैं। ऐसा लगा मानो मैं किसी निगरानी में हूं। इस देश की नागरिक होने के नाते निजता का अधिकार मेरा मौलिक अधिकार है। मैंने जब पता लगाया तो ये जानकारी मिली कि मेरी सुरक्षा के लिए बाराखंभा रोड से इन आर्म्ड फोर्स को तैनात किया गया है। हालांकि इस देश की आम नागरिक के तौर पर मैंने इस तरह की सुरक्षा की कभी मांग नहीं की। इसलिए आपसे अनुरोध है कि कृपया इन्हें यहां से वापस बुला लें।' 

लोकसभा सांसद ने बताया है कि बाराखंभा रोड के एसएचओ कल शाम साढ़े छह बजे उनसे मिलने आए थे और उसके बाद करीब तीन जवानों को घर के बाहर लगा दिया गया। उन्होंने ट्वीटर पर अपने घर के बाहर की तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि बीएसएफ के जवान उनके घर के बाहर खड़े हैं। इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्रालय से भी अनुरोध किया है कि उनके घर के बाहर तैनात जवानों को हटाया जाए। 

कौन हैं महुआ मोइत्रा

संसद में अपने जोरदार भाषण की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाली महुआ मोइत्रा कोलकाता के एक बंगाली परिवार में 5 मई 1975 को पैदा हुईं। 15 साल की उम्र में वे पढ़ाई के लिए ब्रिटेन गईं। उन्होंने मैसाच्युसेट्स के माउंट होल्योक कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद जेपी मॉर्गन से इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत की। न्यूयॉर्क और लंदन में कुछ सालों तक नौकरी करने के बाद वे वाइस प्रेसिडेंट के पद तक जा पहुंचीं। लेकिन साल 2008 में मोइत्रा वापस भारत लौट आईं।

महुआ ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2009 में कांग्रेस पार्टी से की। वे राहुल गांधी की ‘आम आदमी के सिपाही’ परियोजना की एक मुख्य सदस्य रहीं। लेकिन वे जल्द ही कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में चली गईं। अपने मजबूत इरादे, ओजस्वी भाषण और ज़िंदादिली के कारण वे टीएमसी में जल्द ही बहुत लोकप्रिय हो गईं। साल 2019 में वे लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में आईं और सीएए, एनआरसी के मुद्दे पर दिए गए अपने पहले ही भाषण से ही देशभर में पहचान बना ली।