देश में नए कोरोना स्ट्रेन के 9 और मामले, ऐसे मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हुई

इन सभी 9 मामलों की पुष्टि दिल्ली स्थित CSIR की IGIB लैब में हुई है, गलत पता और मोबाइल नंबर देने के कारण अब भी नहीं मिल पाए ब्रिटेन से लौटे हजारों लोग

Updated: Jan 05, 2021, 01:30 AM IST

Photo Courtesy : NDTV
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नई दिल्ली। भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार को कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित लोगों के 9 नए केस सामने आए हैं। हालांकि नए कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित मरीज किस राज्य में कितने हैं, इसकी जानकारी अबतक सार्वजनिक नहीं की गई है। चिंता की बात यह है कि ब्रिटेन से भारत लौटे हजारों लोगों की जानकारी अब भी सरकार के पास नहीं है।

कोरोना के ब्रिटेन से आए नए स्ट्रेन के लगातार बढ़ रहे मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। वहीं सरकार का कहना है कि हालात फिलहाल काबू में हैं और विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए केंद्र ने सारी व्यवस्था कर ली है। मंत्रालय ने बताया है कि सभी संक्रमित मरीजों को सिंगल रूम में आइसोलेशन में रखा गया है और उनके संपर्क में आए सभी लोगों को ट्रेस कर उन्हें भी आइसोलेट कर दिया गया है। डॉक्टर्स सभी मरीजों की सेहत पर करीब से नजर रख रहे हैं।

चिंता की बात यह है कि ब्रिटेन से जितने लोग लौटकर भारत आए हैं उनमें बहुत सारे लोगों की जानकरी अबतक सरकार को नहीं मिल पाई है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में यात्रियों ने अपना पते और मोबाइल नंबर गलत दिए थे। इनमें से कुछ ने ब्रिटेन के नंबर दिए हैं, जो अब बंद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक 24 नवंबर से राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे करीब 14 हजार लोगों में से करीब 3,900 यात्रियों ने ही दिल्ली का पता बताया था। दिल्ली से बाहर गए लोगों की शिनाख्त में लगी टीमें अधूरे या गलत विवरण की वजह से अबतक ऐसे लोगों को ट्रेस नहीं कर पाई हैं।

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8 जनवरी से फिर शुरू होनी हैं उड़ानें

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बढ़ रहे मामलों के बावजूद केंद्र सरकार ने ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। केंद्र ने भारत और ब्रिटेन के बीच उड़ानें शुक्रवार से बहाल करने का निर्णय लिया है। लिहाजा इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि 8 जनवरी से जब ब्रिटेन से लोग फिर से भारत आना शुरू करेंगे तो नए स्ट्रेन के फैलाव का खतरा भी बढ़ जाएगा। हालांकि सरकार ने सभी यात्रियों के लिए अपने खर्चे पर RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया है।

70 फीसदी ज्यादा तेजी से फैलता है यह वेरिएंट

अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन में कोरोना का जो नया स्ट्रेन मिला है वह 70 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। कुछ वैज्ञानिकों ने यह दावा भी किया है कि यह स्ट्रेन पहले से ज़्यादा खतरनाक भी है। ऐसे में इसके फैलने के गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।