अगस्त महीने में 15 लाख भारतीयों ने गंवाई नौकरी, CMIE की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नौकरी गंवाने वाले लोगों में से 13 लाख लोग ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जुलाई महीने के मुकाबले अगस्त महीने में बेरोजगारी दर 1.3 फीसदी से अधिक बढ़ी

Publish: Sep 02, 2021, 06:12 AM IST

Photo Courtesy: Indian Express
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नई दिल्ली। अगस्त महीने में देश भर के 15 लाख लोगों ने अपनी नौरकियां गंवा दी। औपचारिक और अनौपचारिक दोनों ही क्षेत्रों के कामगार बेरोजगारी के दल दल में फंस गए। अकेले ग्रामीण भारत में तेरह लाख से ज्यादा लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया। यह खुलासा सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की एक रिपोर्ट में हुआ है। 

रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई महीने में 399.38 मिलियन लोगों के पास रोजगार था। लेकिन अगस्त महीने में 397.78 लोगों के पास ही नौकरियां बची। जुलाई महीने के मुकाबले अगस्त महीने में बेरोजगारी दर में करीब 1.3 फीसदी का इजाफा हुआ है। जुलाई महीने में बेरोजगारी दर 6.95 फीसदी थी, जो कि अगस्त महीने में बढ़कर 8.32 फीसदी हो गई। 

बीते महीने शहरी बेरोजगारी दर में भी वृद्धि दर्ज की गई। जुलाई महीने में शहरी बेरोजगारी दर 8.3 फीसदी थी। जो कि अगस्त महीने में बढ़कर 9.78 फीसदी हो गई। हालांकि जुलाई महीने में शहरी बेरोजगारी दर में कमी हुई थी। क्योंकि जून महीने में शहरी बेरोजगारी दर 10.07 फीसदी थी। जबकि मई महीने में यह 14.73 फीसदी और अप्रैल महीने में 9.78 फीसदी थी। कोरोना की दूसरी लहर के आने से ठीक पहले मार्च महीने में शहरी बेरोजगारी दर 7.27 फीसदी थी। 

वहीं अगस्त महीने में ग्रामीण बेरोजगारी दर में भी इजाफा हुआ है। जुलाई महीने में ग्रामीण बेरोजगारी दर 6.34 फीसदी थी जो कि अगस्त महीने में 1.3 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7.64 फीसदी पर पहुंच गई। 

एक तरफ जहां रोजगार दर में भारी गिरावट देखने को मिली है तो वहीं जुलाई महीने के मुकाबले अगस्त महीने में कर्मचारियों की भागीदारी दर में मामूली वृद्धि दर देखने को मिली है। जो कि इस बात के संकेत हैं कि अगस्त महीने में एक बड़ी संख्या में लोग नौकरियों की तलाश में भटके। CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई महीने में देश भर में करीब 36 लाख लोग रोजगार की तलाश में भटके, जबकि जुलाई महीने में 30 लाख लोग नौकरी की तलाश कर रहे थे। 

वहीं लेबर फोर्स साइज भी अगस्त महीने में 433.86 मिलियन पर पहुंच गया। जो कि जुलाई महीने के मुक़ाबले 40 लाख अधिक है। अगस्त महीने में लेबर फोर्स साइज का आंकड़ा मार्च 2020 के ही आंकड़े आसपास था। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ सालों में भारत में रोजगार का संकट बढ़ा है। कोरोना के आगमन से स्थिति बद से बदतर हो गई है। हरियाणा और राजस्थान समेत देश के आठ राज्यों में बेरोजगारी दर दहाई के आंकड़े पर है।  

रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में बेरोजगारी दर में सुधार इसलिए दर्ज किया गया था क्योंकि फसलों की बुआई का मौसम होने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को कृषि से जुड़े कामों में रोजगार मिला था। ये नौकरियां अनौपचारिक क्षेत्र में मिलने वाली पूअर क्वालिटी नौकरियां थीं।