1 जनवरी से वैक्सीन के लिए रजिस्टर कर सकेंगे 15 से 18 साल तक के बच्चे, स्टूडेंट आईडी भी होगी वैलिड

3 जनवरी से भारत में 15 से 18 साल के बच्चों के लिए शुरू होगा वैक्सीनेशन, 10 करोड़ के करीब है इस आयुवर्ग के बच्चों की संख्या, 1 जनवरी से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन, आधार की जगह स्टूडेंट आईडी का भी कर सकेंगे इस्तेमाल

Updated: Dec 27, 2021, 08:39 AM IST

Photo Courtesy: Patrika
Photo Courtesy: Patrika

नई दिल्ली। Omicron के खतरों के बीच देश में अब बच्चों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। सोमवार को बताया गया है नए साल के पहले ही दिन यानी एक जनवरी से 15 से 18 वर्ष के बच्चे टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। रजिस्ट्रेशन के लिए कोविन ऐप पर स्टूडेंट आईडी कार्ड भी वैलिड होगा।

CoWin प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ आरएस शर्मा ने बताया है कि रजिस्ट्रेशन के लिए बच्चों को अपने स्टूडेंट आईडी कार्ड का भी प्रयोग करने की मंजूरी दी गई है। ऐसे में उन बच्चों को राहत मिल गई है जिनके पास आधार या पहचान साबित करने के अन्य कोई प्रमाण पत्र मौजूद नहीं है। ऐसे बच्चे स्टूडेंड आईडी कार्ड के जरिए 1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और 3 जनवरी से उनका टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

यह भी पढ़ें: MP में 232 संदिग्ध मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट पेंडिंग, केवल 27 मरीजों की आई रिपोर्ट

इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को ऐलान किया था कि बच्चों को 3 जनवरी से कोरोना रोधी टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा था कि इससे देश भर के स्कूलों को सामान्य स्थिति में लौटने में मदद मिलेगी। जानकारी के मुताबिक देश में 15 से 18 आयुवर्ग के बच्चों की संख्या 10 करोड़ के करीब है।रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत बॉयोटेक द्वारा निर्मित Covaxin या फिर Zydus Cadila की ZyCoV-D लगाई जा सकेगी। दोनों वैक्सीन को 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन सरकार ने फिलहाल 15 वर्ष से कम के बच्चों के लिए अनुमति नहीं दी है।

इसके अलावा नए साल से बूस्टर डोज भी लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर्स के लिए प्रिकॉशन (बूस्टर) डोज दिया जाएगा। साथ ही 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों, जिन्हें अन्य दिक्कते हैं, उनके लिए भी बूस्टर डोज लगाने की घोषणा की गई है। बताया गया है कि तीसरा डोज भी वही लगाया जाएगा जो लोगों ने पहले दो डोज। फिलहाल बूस्टर डोज सिर्फ उनके लिए है जिन्हें दूसरा डोज लिए 9 से 12 महीने हो गए हैं।